भाजपा विधानमंडल दल के नेता विजय सिन्हा. पटना: राजधानी पटना में 23 जून को विपक्षी एकता को लेकर बैठक होने वाली है. बैठक को लेकर महागठबंधन नेता उत्साहित हैं और तैयारियों को मूर्त रूप दिया जा रहा है. बैठक में हिस्सा लेने ममता बनर्जी, अरविंद केजरीवाल, स्टालिन, मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी के शामिल होने की संभावना है. विपक्षी एकता की बैठक को लेकर भाजपा हमलावर है.
इसे भी पढ़ेंः Opposition Unity: विपक्षी एकता से डरे बीजेपी के नेता मैदान छोड़ भाग रहे- RJD
"23 जून को तमाम भ्रष्टाचारी नेता, जनता के लूटे हुए पैसे को बचाने के लिए जुट रहे हैं. उनको इस बात की चिंता है कि नरेंद्र मोदी की सरकार आएगी तो उनको जेल जाना होगा. इसीलिए वे एकजुट होने की कोशिश कर रहे हैं"- विजय सिन्हा, नेता प्रतिपक्ष
जदयू की रणनीति की हवा निकालीः महागठबंधन नेता इस बात पर विमर्श कर रहे हैं कि भाजपा के खिलाफ संपूर्ण विपक्ष मिलकर एक उम्मीदवार खड़े करें कांग्रेस पार्टी भी इस मसले पर सकारात्मक दिख रही है, इस सवाल पर भाजपा ने जदयू की रणनीति की हवा निकालने की कोशिश की. भाजपा नेता विजय सिन्हा ने कहा कि उत्तर प्रदेश में विपक्षी नेता इस फार्मूले को आजमा चुके हैं. नतीजा सबके सामने है. राष्ट्रीय स्तर पर भी विपक्ष की रणनीति फ्लॉप होगी.
सबके अपने-अपने एजेंडे हैंः बैठक से ठीक पहले अरविंद केजरीवाल ने पत्र लिखकर महागठबंधन के बड़े नेताओं की परेशानी बढ़ा दी है. अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि केंद्र जिस तरीके से राज्यों के अधिकारों को सीमित कर रही है वह दूसरे राज्यों के लिए भी खतरा है. बैठक में सबसे पहले अध्यादेश के मसले पर चर्चा होनी चाहिए. केजरीवाल के स्टैंड पर विजय सिन्हा ने कहा कि बैठक में सबके अपने-अपने एजेंडे हैं. विपक्षी एकता दूर की कौड़ी है. भ्रष्टाचार में संलिप्त नेता बैठक में अपने एजेंडे पर चर्चा करेंगे.