पटनाः राजधानी केबामेति सभागार (Bamati Auditorium) में आज पूर्वी भारत के कृषक उत्पादन संगठन की कार्यशाला और समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया. जिसका उद्घाटन कृषि मंत्री अमरेन्द्र प्रताप सिंह (Amarendra Pratap Singh) ने किया. इस मौके पर भारत सरकार कृषि विभाग के संयुक्त सचिव एन विजयलक्ष्मी और बिहार कृषि विभाग के सचिव एन श्रवण भी मौजूद रहे.
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इस दौरान बड़ी संख्या में एफपीओ से जुड़े किसान भी मौजूद थे. कार्यक्रम के दौरान कृषि मंत्री ने कहा कि कृषक उत्पादन संगठन से बिहार में छोटे और मंझोले किसान को काफी फायदा होगा. बिहार में 90 प्रतिशत से ज्यादा किसान हैं जो छोटे और मंझोले हैं.
'बिहार में अभी तक 350 एफपीओ बन गया है. किसानों को इससे फायदा भी हो रहा है उन्होंने कहा कि बिहार में हमने 1 हजार एफपीओ बनाने का काम शुरू किया है विभाग के अधिकारी इसमे लागये गए हैं, जो गांव-गांव जाकर किसानों को एफपीओ के बारे में बता रहे हैं. जल्द ही ये सब हो जाएगा'-अमरेन्द्र प्रताप सिंह, कृषि मंत्री
वहीं, भारत सरकार के कृषि विभाग के संयुक्त सचिव एन विजयालक्ष्मी ने कहा कि भारत सरकार चाहती है कि किसानों की आय दोगुनी हो. इसको लेकर लगातार हमलोग काम कर रहे हैं. कृषक उत्पादक संगठन पूर्वी भारत के 4 राज्यों में बनाया जाना है. 10,000 कृषक उत्पादक संगठन बनेंगे, उसी को लेकर आज हम लोग बिहार में हैं.
एन विजयालक्ष्मी ने कहा कि बिहार में भी कृषि उत्पादन संगठन बनना शुरू हो गए हैं. कृषि उत्पादन संगठन को सरकार पूरी तरह से लाभ देना चाहती है. यही कारण है कि हर एक संगठन को 15-15 लाख तक सरकारी सहायता भी केंद्र सरकार के द्वारा दी जाएगी. उन्होंने कहा कि पूरे भारत में कृषि उत्पादन संगठन को लेकर केंद्र सरकार ने 1500 करोड़ की राशि की बैंक गारंटी भी दे रखी है जिससे किसानों को बैंक लोन लेने में किसी भी तरह की दिक्कत नहीं होगी.
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