पटना: बिहार मे सोमवार से सभी क्वारंटीन सेंटर को बंद कर दिया गया है. सरकार के इस फैसले पर विशेषज्ञों ने चिंता जाहिर की है. विशेषज्ञ कहते हैं कि अभी खतरा टला नहीं है. सरकार को एक बार फिर से सोचना चाहिए. विशेषज्ञों ने ये भी बताया कि बिहार में अभी भी प्रवासियों के आने का सिलसिला जारी है. ऐसे में खतरा घटने के बजाय और बढ़ गया है.
पटना से अरविंद राठौर की रिपोर्ट प्रो.अजय कुमार झा ने कहा बताया कि बिहार में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है. प्रवासी मजदूर अभी भी बिहार आ रहे हैं. ऐसे में संक्रमण फैलने का और अधिक खतरा बढ़ गया है. लिहाजा सरकार को इस फैसले पर पुनर्विचार करना चाहिए.
सरकार का निर्णय ठीक नहीं
वहीं, डॉ. संजय कुमार कहते हैं कि सरकार का निर्णय ठीक नहीं है. उन्होंने कहा कि सरकार को एक बार फिर से अपने फैसले पर विचार करना चाहिए. अभी खतरा टला नहीं है, बल्कि अभी और बढ़ रहा है. विशेषज्ञ ने बताया कि प्रवासी लोग अभी भी आ रहे हैं. ऐसे में सरकार को कुछ और दिनों तक क्वारंटीन सेंटर को सुचारु रूप से चलाने की जरूरत है.
बिहार में कोरोना के केस
बता दें कि बिहार में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 6581 के पार हो चुकी है. वहीं, 38 लोगों ने इस महामारी के कारण जानें गंवाई हैं. विशेषज्ञ की आम राय है कि चूकि अभी भी प्रवासी मजदूर बिहार लौट रहे हैं, लिहाजा अभी क्वारंटीन सेंटर बंद करने का फैसला महंगा पड़ सकता है.