पटनाः बिहार बजट 2022 (Bihar Budget 2022) पेश हो गया है. शिक्षा के बजट (Expert Comment on Education Budget 2022) में मुख्य रूप से माध्यमिक विद्यालय विभिन्न पंचायतों में 6298 उत्क्रमित और नए उच्च माध्यमिक विद्यालय का भवन निर्माण के लिए 7530.42 करोड़ रुपए की स्वीकृति प्रदान की गई है. वहीं इन उत्क्रमित और नए स्कूलों के प्रधान शिक्षक के पद के सृजन की स्वीकृति की चर्चा हुई है. लेकिन इनमें से कोई नई बात नहीं है क्योंकि माध्यमिक विद्यालय वहीं पंचायतों में स्कूल खोलने की चर्चा पहले ही हो चुकी है. सिर्फ इस बजट में राशि के प्रावधान की बात कही गई है. वहीं प्रधान शिक्षक की बहाली की प्रक्रिया भी पहले ही शुरू हो चुकी है. शिक्षा मामलों के जानकार अंकुर ओझा ने बताया कि वर्ष 2022-23 के शिक्षा बजट के बारे में विस्तार से जानकारी दी है.
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शिक्षा मामलों के जानकार अंकुर ओझा ने बताया कि वर्ष 2022-23 के शिक्षा बजट में सभी स्तरों पर शिक्षकों के खाली पदों को भरने का प्रावधान इस बजट में किया गया है. बिहार के सभी 38 जिलों में एक-एक स्कूल को मॉडल स्कूल के रूप में विकसित किया जाएगा. उन्होंने बताया कि सरकार पहले भी मॉडल कॉलेज और मॉडल स्कूल पर काम करती रही है. स्कूलों में लड़कियों के ड्रॉप आउट रेशियो को रोकने के लिए 535 कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय में लगभग 51000 एडमिशन है, जो 13 करोड़ की आबादी वाले इस राज्य के हिसाब से बहुत कम है.
उन्होंने कहा, उच्च शिक्षा पर अगर हम बजट में किये गए प्रावधानों को देखें तो स्थिति और भी चिंताजनक है. वैसे अनुमंडल जहां सरकारी डिग्री महाविद्यालय नहीं है, वहां डिग्री महाविद्यालय खोलने की योजना भी लगभग 15 साल पुरानी है. साल 2018 में सरकार ने 22 अनुमंडल में सरकारी डिग्री महाविद्यालय स्थापित करने की स्वीकृति प्रदान की. इसके लिए शिक्षक एवं शिक्षकेत्तर कर्मियों के कुल 1420 पद भी साल 2018 में ही स्वीकृत कर दिए गए.