बिहार

bihar

बजट से बिहारवासियों को विकास की रफ्तार मिलने की उम्मीद, रेल यात्रियों ने कहा...

By

Published : Jan 29, 2021, 7:20 PM IST

Updated : Jan 29, 2021, 7:31 PM IST

1 फरवरी को केंद्रीय बजट के साथ रेल बजट भी पेश होगा. इसको लेकर बिहारवासियों को काफी उम्मीदें हैं. इस कड़ी में ईटीवी भारत की टीम पटना जंक्शन रेलवे स्टेशन पहुंची. और रेल बजट को लेकर यात्रियों की क्या उम्मीदें हैं जानने का प्रयास किया.

rail budget 2021
rail budget 2021

पटना: कोरोना काल में आ रहे इस बार के बजट से लोगों को काफी उम्मीदें हैं. जनता इंतजार कर रही है कि इस बार भी बजट के पिटारे से उनके लिए कुछ अच्छा निकले. रेल बजट की ओर पूरा बिहार टकटकी लगाये देख रहा है. केंद्र सरकार नेरेलवे सुविधाओं के लिहाज से बिहार के लिए कई महत्वकांक्षी योजना चलाई है. कई स्टेशनों के आधुनिकीकरण से लेकर, कई स्पेशल और सुपरफास्ट ट्रेनों के संचालन आदि भी इसमें शामिल हैं. इस बार भी आवाम को बजट से काफी उम्मीदें है.

रेल बजट से बिहार को उम्मीद

रेल बजट से बिहार को उम्मीद
केंद्र सरकार द्वारा आगामी रेल बजट में यात्रियों को किराए में कमी के साथ ही यात्री सुविधा को और अधिक विकसित किए जाने की उम्मीद है. वहीं ट्रेनों के जरिए सामान भेजने वाले कारोबारियों का भी मानना है कि माल भाड़े में भी कमी लाने की जरूरत है. ट्रेन में सामान चढ़ाने और उतारने की प्रक्रिया को और सरल बनाने की कोशिश की जाने की जरूरत है. रेल बजट को लेकर यात्री सरकार से बहुत सी आशाएं लगाए हुए हैं.

बजट से बिहारवासियों को है कई उम्मीदें

'टिकट के दाम को थोड़ा कम करना चाहिए. कोरोना काल चल रहा है. इसलिए ट्रेनों में सैनिटाइजर की व्यवस्था होनी चाहिए. सोशल डिस्टेंसिंग का पालन सख्ती से कराना चाहिए.'- हर्ष, यात्री

यह भी पढ़ें-केंद्रीय बजट पर बिहार के विपक्षी नेता- 'विशेष' का है इंतजार

'सीनियर सिटीजन का ध्यान रखना चाहिए. ट्रेनों का परिचालन समय पर इस पर ध्यान देने की जरुरत है. सभी ट्रेनों को अब शुरू कर देना चाहिए.'-सोहन लाल जैन, यात्री

क्या उम्मीदें हैं कारोबारियों की
कारोबारियों का कहना है कि रेल बजट में ट्रेन में सामान चढ़ाने उठाने की प्रक्रिया को सरल बनाना चाहिए. साथ ही कोरोना काल के चलते आर्थिक तंगी झेल रहे समस्याओं को देखते हुए यात्री किराए के साथ ही माल भाड़े में भी कमी का प्रावधान करना चाहिए.

ट्रेनों की संख्या बढ़ाई जाने की मांग

प्रमुख मांगें

  • माल भाड़ा, ट्रांसपोर्ट कंपनियों से कम हो ताकि कारोबारी ट्रेनों से अधिक सामान भेज सकें.
  • यह सुनिश्चित कराया जाए कि ट्रेनों के जरिए भेजे गए सामान निश्चित समय सीमा के भीतर पहुंच जाएंगे.
  • ताकि कारोबारियों को नुकसान न उठाना पड़े.
  • यात्रा के दौरान मूलभूत सुविधाएं और बढ़ाई जाने की मांग की जा रही है.
  • जिस तरह से स्पेशल ट्रेनों के नाम पर टिकट के दामों में बढ़ोतरी हुई है. वैसे ही यात्रियों को और मूलभूत सुविधा देनी चाहिए.
  • ट्रेनों में मास्क,सैनिटाइजर की भी व्यवस्था होनी चाहिए.
    माल भाड़ा, ट्रांसपोर्ट कंपनियों से कम करने की मांग

यात्रियों का कहना है कि...
जिस तरह से कोरोनावायरस के समय से ही ट्रेनों के परिचालन में कमी आई है, अब ट्रेनों की संख्या बढ़ाई जानी चाहिए. जिससे कि यात्रियों को अपने गंतव्य स्थान तक आने जाने में परेशानी ना हो. ट्रेनों की संख्या बढ़ाने के साथ ही यात्रियों की सुविधा में भी बढ़ोतरी हो. इस देश के प्रमुख स्टेशनों से एक कनेक्टिविटी की सुविधा मुहैया कराया जाना चाहिए. रेल बजट में किसी भी प्रकार का किराया ना बढ़े सरकार और रेल मंत्रालय को इस दिशा में ठोस पहल करनी चाहिए.

देखें ये रिपोर्ट

बिहार, बजट और विकास
लोगों को उम्मीद है कि रेलवे को काफी कुछ बजट मिलेगा जिससे कि रेलवे प्रशासन प्रमुख शहरों में साफ-सफाई करवा पायगी. क्योंकि पैसे की कमी के कारण रेलवे बहुत सारे काम नहीं करवा पाती है. ऐसे में कह सकते हैं कि यात्रियों के मन में यह आशा है कि रेलवे को ज्यादा बजट मिलेगा. जिससे कि साफ सफाई के साथ यात्रियों की मूलभूत सुविधाओं का ख्याल रखते हुए रेलवे प्रशासन काम करेगी. लोगों का यह भी मानना है कि जिस तरह से टिकट को कैंसिल कराने में ज्यादा पैसा कट जाता है. ऐसे में उसके लिए भी रेलवे प्रशासन को सोचना चाहिए.

ट्रेन में सामान चढ़ाने और उतारने की प्रक्रिया को सरल बनाने की मांग

कुल मिलाकर यह कह सकते हैं कि इस बजट में आम लोगों के साथ-साथ रेलवे यात्रियों को भी काफी उम्मीदें हैं. उम्मीद है बिहार के विकास की. उम्मीद है रुके कामों के चालू होने की. और उम्मीद है कि इस बार बिहार के लिए बजट में कुछ न कुछ खास जरुर होगा. अब यह बजट लोगों की उम्मीदों पर कितना खरा उतरता है इसके लिए इंतजार करना होगा 1 फरवरी का. जब वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का पिटारा खुलेगा.

Last Updated : Jan 29, 2021, 7:31 PM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details