पटना: राजधानी के लगभग सभी इलाकों में अतिक्रमणकारियों ने अपना कब्जा जमा रखा है. पटना का बेली रोड, बोरिंग रोड, एग्जीबिशन रोड, कदमकुंआ या फिर कंकड़बाग, सभी इलाकों में अतिक्रमणकारी खुलेआम कानून की धज्जियां उड़ा रहे हैं. सबसे बुरा हाल तो पटना जंक्शन गोलंबर का है. अगर जल्दबाजी में आपको ट्रेन पकड़नी है तो इन अतिक्रमणकारियों के कारण आपकी ट्रेन छूट भी सकती है. सड़कों पर ठेले खोमचे वाले अपनी-अपनी दुकान सजाए हुए हैं और जिला प्रशासन इन पर नियंत्रण करने में फिसड्डी साबित हो रहा है.
पटना हाईकोर्ट जता चुकी है नाराजगी
राजधानी पटना में जमीन अतिक्रमण को लेकर पटनाहाईकोर्ट कई बार अपनी नाराजगी जता चुकी है. हाईकोर्ट ने इसके लिए फरमान भी जारी किए हैं. जिला प्रशासन भी इसको लेकर पटना की सड़कों पर अभियान चला चुका है. लेकिन राजधानी के अतिक्रमणकारी इससे बाज नहीं आ रहे हैं. सड़क पर चलने वाले लोगों के लिए बनाए गए फुटपाथ पर इन अतिक्रमणकारियों का कब्जा है. लोग इसके कारण सड़क पर पैदल चलने को मजबूर हैं.
राजधानी में दुकानों का अतिक्रमण 2 से ढाई महीने में वेंडिंग जोन तैयार
पटना कमिश्नर आर एल चोंग्थू और ट्रैफिक एसपी ने 'अतिक्रमण हटाओ अभियान' चलाया. दोनों की मौजूदगी में पटना के एग्जीबिशन रोड और बोरिंग रोड में मौजूद अतिक्रमणकारियों पर जिला प्रशासन का डंडा चला. लेकिन अभियान खत्म होने के थोड़ी देर बाद ही अतिक्रमणकारी फिर से रोड पर काबिज दिखे. कमिश्नर ने भी खुद स्वीकारा कि मैन पावर की कमी के कारण शहर में अतिक्रमणकारियों पर नियंत्रण पाने में काफी कठिनाई हो रही हैं. मामले की जानकारी देते हुए कमिश्नर आर एल चोंग्थू ने यह भी बताया कि 2 से ढाई महीने में वेंडिंग जोन तैयार हो जाएंगें और इसके बाद राजधानी पटना में अतिक्रमणकारियों पर नियंत्रण हो सकेगा.
धावा दल को एक्टिव किया जाएगा
जिला प्रशासन के द्वारा इन अतिक्रमणकारियों पर नियंत्रण करने के लिए धावा दल का भी गठन किया गया था, लेकिन धावा दल भी ठीक ढ़ंग से काम नहीं कर रहा है. इस सवाल का जवाब देते हुए पटना कमिश्नर ने कहा कि धावा दल को भी जल्द ही एक्टिव किया जाएगा. जिससे शहर में जमे अतिक्रमणकारियों पर नियंत्रण किया जा सके.