पटना: राजधानी के कदमकुआं स्थित बिहार हिंदी साहित्य सम्मेलन में ब्रेल दिवस के मौके पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इसमें लुइस ब्रेल को श्रद्धांजलि अर्पित की गई. वहीं, कार्यक्रम में बिहार नेत्रहीन परिषद ने प्रेस वार्ता कर सरकार के समक्ष अपनी 15 सूत्री मांगे रखी. बता दें कि इस कार्यक्रम में लायंस क्लब, बिहार हिंदी साहित्य सम्मेलन और बिहार नेत्रहीन परिषद की सहभागिता रही.
पटना: लुइस ब्रेल दिवस पर कार्यक्रम का आयोजन, नेत्रहीन परिषद ने सरकार से की 15 सूत्री मांग
बिहार हिंदी साहित्य सम्मेलन के अध्यक्ष अनिल सुलभ ने कहा कि बिहार में दिव्यांग आयोग बनाने की जरूरत है. उन्होंने सरकार से मांग की है कि दृष्टिबाधित और दिव्यांगों के लिए पटना में एक दिव्यांग भवन बनाया जाए. ताकि जब बिहार के अन्य जिलों से कोई दिव्यांग पटना पहुंचे तो उसे तकलीफ ना हो.
'दिव्यांगों के लिए भवन बनवाया जाए'
बिहार हिंदी साहित्य सम्मेलन के अध्यक्ष अनिल सुलभ ने कहा कि बिहार में दिव्यांग आयोग बनाने की जरूरत है. उन्होंने सरकार से मांग की है कि दृष्टिबाधित और दिव्यांगों के लिए पटना में एक दिव्यांग भवन बनाया जाए. ताकि जब बिहार के अन्य जिलों से कोई दिव्यांग पटना पहुंचे तो उसे तकलीफ ना हो. उन्होंने दिव्यांगों का पेंशन भत्ता बढ़ाने की भी मांग की है और कहा कि राज्य में दृष्टिबाधित स्कूल की घोर कमी है. स्कूल में ब्रेल लिपि में पुस्तकों की उपलब्धता ना होना चिंता की बात है. इसे दूर करने के लिए सरकार काम करें. उन्होंने सदन में दिव्यांगों के लिए सीट आरक्षित करने की मांग उठाई है.
पेंशन भत्ता बढ़ाने की मांग
बिहार नेत्रहीन परिषद के महासचिव नवल किशोर शर्मा ने सरकार से मांग की है कि दिव्यांगों का पेंशन भत्ता 400 से बढ़ाकर 4000 कर दिया जाए. उन्होंने कहा कि लुइस ब्रेल की प्रतिमा पटना में स्थापित कराई जाए और दृष्टि बाधित और अन्य दिव्यांगों के लिए पटना में एक दिव्यांग भवन बनाया जाए. उन्होंने यह भी मांग कि है कि राज्य का प्रथम राजकीय नेत्रहीन उच्च विद्यालय का 2022 में शताब्दी समारोह बिहार सरकार मनाए.