पटनाः9 अगस्त को बिहार पृथ्वी दिवस है. इस मौके पर हर साल पर्यावरण एवं वन विभाग की तरफ से कार्यक्रम का आयोजन होता है. जिसमें बिहार के करीब 70 हजार स्कूलों के बच्चे भी शामिल होते हैं. इस साल लॉक डाउन की वजह से स्कूलों में यह कार्यक्रम नहीं हो रहा. लेकिन पटना में मुख्यमंत्री की उपस्थिति में विभाग के तमाम अधिकारी कर्मचारी और अन्य लोग 11 संकल्प लेंगे. वहीं बिहार में ढाई करोड़ पौधे लगाने के अभियान का भी इस कार्यक्रम के साथ समापन होगा.
बिहार पृथ्वी दिवस
पटना के आर ब्लॉक गोलंबर पर बड़ी तैयारी चल रही है. इस जगह पर 9 अगस्त को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार खुद पर्यावरण एवं वन विभाग के कार्यक्रम में शामिल होंगे. इस बात की पुष्टि विभाग के प्रधान सचिव दीपक कुमार सिंह ने की है.
पर्यावरण एवं वन विभाग की ओर से कार्यक्रम का आयोजन
दीपक कुमार सिंह ने बताया कि बिहार पृथ्वी दिवस 9 अगस्त को है. इस दिन आर ब्लॉक पर मुख्य कार्यक्रम होगा, जहां पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के अधिकारी और कर्मचारी 11 संकल्प लेकर लोगों के बीच यह संदेश देंगे कि पर्यावरण की रक्षा कितनी जरूरी है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आर ब्लॉक के पास पौधारोपण करेंगे. इसी दिन बिहार में ढाई करोड़ पौधे लगाने का जो अभियान पिछले कुछ महीनों से चल रहा है उसका भी समापन होगा.
2 करोड़ 51 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य
दीपक कुमार सिंह ने उम्मीद जताई है कि लक्ष्य दो करोड़ 51 लाख पौधे पूरे बिहार में लगाने का था. लेकिन उम्मीद है कि तीन करोड़ से ज्यादा पौधे 9 अगस्त तक लग जाएंगे. बिहार के हरित आवरण बढ़ाने में इस बार के पौधारोपण का विशेष महत्व है. उन्होंने कहा कि हर साल बिहार के 70 हजार से ज्यादा स्कूलों में पृथ्वी दिवस का आयोजन होता था. इस साल कोरोना संक्रमण के कारण हुए लॉकडाउन की वजह से स्कूलों में यह कार्यक्रम नहीं हो पा रहा है. लेकिन सभी विभाग के अधिकारी कर्मचारी डिवीजन स्तर पर स्थानीय लोगों के बीच 11 सूत्री संकल्प लेंगे, तो इससे बच्चों में भी संदेश जाएगा.
पृथ्वी दिवस पर लिए जाने वाले 11 संकल्प:
- हर साल एक पौधा लगाकर उसकी सुरक्षा और देखभाल कर वृक्ष बनाऊंगा/बनाउंगी.
- अपने आसपास के नदी, तालाब, पोखर और अन्य जल स्रोतों को प्रदूषित नहीं करूंगा/करूंगी और दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करूंगा/करूंगी.
- आवश्यकता से अधिक जल का उपयोग नहीं करूंगा और इस्तेमाल के बाद जल को बंद करूंगा/करूंगी.
- अपने घर विद्यालय आस पड़ोस में वर्षा के जल संचय हेतु अपने परिवार के सदस्यों को प्रेरित करूंगा/करूंगी.
- बिजली का उपयोग आवश्यकता अनुसार ही करूंगा, घर से बाहर निकलते समय बिजली, केबल, पंखा को बंद कर दूंगा/दूंगी.
- अपने घर, विद्यालय और आस-पड़ोस को स्वच्छ रखते हुए वहां से निकलने वाले कूड़े को कूड़ेदान में डालूंगा/डालूंगी.
- प्लास्टिक/पॉलिथीन का उपयोग बंद कर कपड़े/कागज के थैलों का उपयोग करूंगा और अन्य लोगों को भी इसके लिए प्रेरित करूंगा/करूंगी.
- जीव-जंतु और पशु-पक्षियों के प्रति प्रेम का भाव रखूंगा, इनके लिए यथासंभव दाना पानी की व्यवस्था करूंगा/करूंगी.
- नजदीक के कार्य पैदल या साइकिल से करूंगा/करूंगी.
- कागज का अनावश्यक उपयोग नहीं करूंगा और अन्य लोगों को भी इसके लिए प्रेरित करूंगा/करूंगी.
- मैं खुले में शौच नहीं कर शौचालय का उपयोग करूंगा/करूंगी.