पटनाःसोशल मीडिया के जरिए नफरत फैलाने के आरोप में गिरफ्तारयूट्यूबर मनीष कश्यप से आर्थिक अपराध इकाई की पूछताछ जारी है. इस बीच मनीष कश्यप के एक और सहयोगी पुलिस के गिरफ्त में आ गया है. मनीष की गिरफ्तारी के बाद जांच एजेंसियों की नजर उनके सहयोगियों पर भी है. पुलिस के मुताबिक सोशल मीडिया पर अब भी मनीष कश्यप के कई सहयोगी भ्रम फैला रहे हैं और जांच को प्रभावित करने की कोशिश कर रहे हैं. उधर ईओयू की जांच का दायरा भी बढ़ता जा रहा है. इस मामले को लेकर कई कोचिंग संस्थानों से भी पूछताछ की गई है.
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मनीष के सहयोगी नागेश सम्राट गिरफ्तारःआर्थिक अपराध इकाई वैसे लोगों को भी चिन्हित कर रही है, जो मनीष के सहयोगी रहे हैं. इसी कड़ी में मनीष कश्यप के एक और सहयोगी नागेश सम्राट हो आर्थिक अपराध इकाई ने गिरफ्तार कर लिया है. पूछताछ के बाद नागेश को जेल भेज दिया जाएगा. नागेश मनीष कश्यप के सहयोगी थे अब सोशल मीडिया पर मनीष कश्यप के पक्ष में अभियान चला रहे थे. वहीं, मनीष कश्यप पर कई कोचिंग संस्थानों से भी लेन-देन के आरोप हैं, यही वजह है कि ईओयू की टीम ने कई शिक्षण संस्थानों पर भी छापोमारी की और वहां से दस्तावेज इक्टठा किए. अब उन दस्तावेजों के अधार पर भी मनीष से पूछताछ होगी.
तमिलनाडु पुलिस भी रिमांड पर लेने को तैयारःआपको बता दें कि तमिलनाडु पुलिस भी मनीष कश्यप से पूछताछ करना चाहती है और तमिलनाडु से एक डीएसपी इंस्पेक्टर के अलावा उनके सहयोगियों की टीम पटना पहुंच चुकी है. तमिलनाडु पुलिस भी मनीष कश्यप को रिमांड पर लेने की तैयारी में हैं. सूत्रों के मुताबिक ईओयू की पूछताछ में मनीष ने कई बड़े नेताओं से संपर्क की बात कही है. साथ ही उसने तमिलनाडु मामले में अपनी गलती भी स्वीकार की है. वहीं, गिरफ्तारी के बाद उसका एक वीडिया भी वायरल हुआ था, जिसमें वो रोता हुआ नजर आया था.
मनीष के खिलाफ दर्ज ज्यादातर मामले गैर जमानतीःआपको बता दें कि मनीष कश्यप के खिलाफ सिर्फ बेतिया में ही 7 मामले दर्ज हैं. पूरे बिहार में उसके खिलाफ 14 से ज्यादा गंभीर मामले हैं, जो अपराध की श्रेणी में आते हैं, इसके अलावा मनीष कश्यप के खिलाफ तमिलनाडु में 13 मामले दर्ज हैं. बेतिया एसपी उपेंद्र नाथ वर्मा के मुताबिक मनीष कश्यप पर आईपीसी की धारा 153, 153 (ए), 153 (बी), 505 (1) (बी), 505 (1) (सी), 468, 471 और 120 (बी) और धारा 67 के तहत मामला दर्ज किया गया है. उसके खिलाफ दर्ज 1 या 2 मामलों को छोड़कर सभी मामले गैर जमानती हैं. कानून के जानकारों के मुताबिक मनीष कश्यप पर लगाई गई सभी धाराओं में से 1-2 को छोड़कर सभी मामले गैर जमानती हैं.