पटना:बिहार राज्य आशा कार्यकर्ता संघ के अध्यक्ष शशि यादव ने कहां की आशा कर्मी लंबे समय से जनहित में कार्य कर रहे हैं और कोरोना काल में भी उन्होंने काफी बेहतर काम किया है. लेकिन, बावजूद इसके सरकार का उनके प्रति रवैया काफी नकारात्मक है. हमारी सरकार से मांग है कि आशा कर्मियों को एक समान मासिक मानदेय दिया जाए. आशा कर्मियों को सरकारी कर्मी घोषित किया जाए. जितने भी काम सरकार ने उनसे अलग-अलग करवाएं हैं, उन सभी का अलग मेहनताना समय पर भुगतान करें.
मानदेय बढ़ाने सहित कई मांगों को लेकर आशा कर्मियों का धरना प्रदर्शन
राजधानी पटना के धरना स्थल गर्दनीबाग में आशा कर्मी दो दिवसीय धरने में पहुंची. मानदेय सहित विभिन्न मांगों को लेकर आशा कर्मियों ने गर्दनीबाग में जमकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और अपना विरोध दर्ज किया.
पटना
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सभी आशाओं का सेवा अभिलेख निर्माण कराएं. इन्हीं मांगों को लेकर पूरे बिहार से हजारों की संख्या में आशा कर्मी दो दिवसीय महाधरने पर बैठे हैं. सरकार ने हमारी बातों को नहीं माना तो आगामी 25 और 26 मार्च को राज्य में हड़ताल कर सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का घेराव किया जाएगा. इसके बाद भी सरकार नहीं मानी तो पूरे बिहार में हड़ताल की जाएगी.