पटना:जल संसाधन विभाग तटबंधों की निगरानी अब ड्रोन से करने की तैयारी कर रहा है. जल संसाधन मंत्री संजय झा ने कहा कि आधुनिक टेक्नोलॉजी का प्रयोग विभाग करने जा रहा है. एक तरफ 72 घंटे पहले मौसम विभाग की भविष्यवाणी पर काम हो रहा है तो वहीं, ड्रोन से डाटा तैयार करने की कोशिश हो रही है. और इसके लिए 23 अप्रैल को दरभंगा में इंजीनियरों का प्रशिक्षण कार्यशाला भी आयोजित की गई है.
जल संसाधन विभाग इस बार बाढ़ से बचाव के लिए आधुनिक टेक्नोलॉजी के प्रयोग करने की तैयारी कर रहा है. जल संसाधन मंत्री संजय झा के अनुसार ड्रोन का प्रयोग तो अब शादी जैसे समारोह में भी होने लगा है. इसलिए हम लोगों ने भी तटबंधों की सुरक्षा से संबंधित है काम में इसका प्रयोग करने जा रहे हैं.
पटना से अविनाश की रिपोर्ट संजय झा ने कहा कि आधुनिक टेक्नोलॉजी को जमीन पर उतारने के लिए इंजीनियर स्कोर भी ट्रेंड हम लोग करने जा रहे हैं और इसके लिए 23 अप्रैल को दरभंगा में कॉन्फ्रेंस भी करेंगे. जिसमें मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर सहित पूरे जोन के इंजीनियर को प्रशिक्षण दिया जाएगा. उसके बाद फिर कटिहार में भी प्रशिक्षण कार्यक्रम होगा.
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चूहों के आतंक के सवाल पर भड़के संजय झा
चूहों से तटबधों की सुरक्षा के सवाल पर मंत्री संजय झा भड़क गए और कहा केवल बिहार में ही इस तरह की बात हो सकती है. संजय झा ने आरजेडी पर निशाना साधते हुए कहा कि जो लोग चूहा को लेकर सवाल खड़ा करते रहे हैं. अपने शासनकाल में जल संसाधन विभाग को ठप करके रख दिया था. उस समय जल संसाधन विभाग के जो मंत्री थे, आज प्रदेश अध्यक्ष बने हुए हैं. 15 साल में एक प्रोजेक्ट पूरा नहीं हुआ.
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31 मई तक बाढ़ से सुरक्षात्मक उपाय
जल संसाधन मंत्री संजय झा ने कहा कि पिछले साल भी जल संसाधन विभाग बेहतर काम किया था और राजधानी पटना को भी पुनपुन नदी के बाढ़ से बचाया गया. इस बार भी 31 मई तक बाढ़ से सुरक्षात्मक उपाय कर लिया जाएगा. कुल मिलाकर जल संसाधन विभाग इस बार तटबंधों की सुरक्षा और बाढ़ पूर्व जानकारी के लिए ड्रोन सहित आधुनिक तकनीकों का प्रयोग करने जा रहा है. इसका कितना लाभ मिलेगा, यह तो बाढ़ के समय ही पता चलेगा.