पटना: राजधानी में हुई मूसलाधार बारिश के बाद जलजमाव की स्थिति बनी हुई है. बाढ़ जैसे हालातों के बीच पटना वासियों को दो से तीन दिन तक मुसीबत उठानी पड़ेगी. जलजमाव के चलते खतरे को देखते हुए राजधानी के कई इलाकों में इलेक्ट्रिसिटी कट कर दी गई है. जब तक पानी की निकासी नहीं हो जाती, राजधानी पटना में बत्ती गुल रहेगी.
सीएम नीतीश कुमार ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए समीक्षा बैठक की है. इस बैठक में सभी जिलों के डीएम और अधिकारियों को उचित दिशा निर्देश देते हुए बचाव कार्य में तेजी लाने और पीड़ितों को राहत सामाग्री मुहैया कराने जैसे दिशा निर्देश दिए गए.
बैठक में शामिल हुए अधिकारी अंधेरे में रहेगी राजधानी
समीक्षा बैठक के बाद मुख्य सचिव दीपक कुमार ने राजधानी पटना का जिक्र करते हुए बताया कि अभी वॉटर लेवल कम नहीं हुआ है. इसके कारण कई इलाकों की इलेक्ट्रिसिटी काट दी गई है. जब तक जलस्तर नीचे नहीं आएगा, बिजली चालू करना काफी खतरनाक है. सभी संप हाउस चलाए जा रहे हैं. कोल इंडिया द्वारा रायपुर से पंप भेजे जा रहे हैं. कल सुबह तक यह सारे पंप पटना पहुंचेंगे.
सीएम की बैठक के बाद क्या बोले मुख्य सचिव पेयजल उपलब्ध कराया जाएगा...
वहीं, मुख्य सचिव ने बताया कि राजधानी के सभी प्रभावित इलाकों में पेयजल मुहैया कराया जाएगा. राहत सामाग्री बांटी जा रही है. राहत सामाग्री में सूखा खाना, पानी की बोतलें और मोमबत्ती बांटी जा रही है. हेलीकॉप्टर से सामाग्री बांटने का काम सोमवार को किया गया है, जो मंगलवार को भी जारी रहेगा. पानी निकासी के बाद सभी जगह ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव किया जाएगा.
हेलीकॉप्टर से बांटी गई राहत सामाग्री लोगों को हो रही परेशानी...
- पांच से छह फीट तक पानी भरा हुआ है.
- बिजली नहीं आ रही है.
- जहां एक ओर मोबाइल नेटवर्क चले गए हैं. वहीं, दूसरी ओर लोगों के फोन भी डिस्चार्ज हो चुके हैं.
- पीने योग्य पानी नहीं बचा है. वॉटर फिल्टर बिजली न होने की वजह से काम नहीं कर रहे हैं.
- घर में खाना बनाने के लिए खाद्य सामाग्री खत्म हो चुकी है.
- खास से आम सभी लोग त्राहिमाम-त्राहिमाम कर रहे हैं.
बुजुर्गों को सुरक्षित पहुंचाया गया
यहां-यहां जल जमाव की स्थिति...
घर, दुकान, अस्पताल, रेलवे स्टेशन, बस अड्डे सब जलमग्न हो गए हैं. पटना के राजेंद्रनगर, कंकड़बाग, लंगर टोली, बहादुरपुर, पाटलिपुत्र कॉलोनी, राजीवनगर, गर्दनीबाग, सरिस्ताबाद, चांदमारी रोड, पोस्टल पार्क, इंदिरानगर, संजय नगर, अशोक नगर, रामकृष्णानगर, संदलपुर और श्रीकृष्णापुरी में सबसे ज्यादा पानी भरा हुआ है.