पटना:बिहार में चुनावी तैयारी में लगे आयोग ने राज्य में नियुक्त सभी परीक्षकों को निष्पक्ष और सुरक्षित चुनाव कराने के लिए कई मंत्र दिए. मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने पर्यवेक्षकों से कहा कि कोरोना के बीच बिहार विधानसभा चुनाव विश्व की सबसे बड़ी चुनावी कवायद है. उन्होंने अतिरिक्त सावधानी बरतने की आवश्यकता बताई. इस चुनाव पर पूरे विश्व समाज की नजर होगी आयोग के लिए चुनौती है कि इस चुनाव को स्वतंत्र, निष्पक्ष, पारदर्शी, नियम के अनुपालन से युक्त और कोविड-19 सुरक्षित हो.
चुनाव आयोग ने बिहार में नियुक्त पर्यवेक्षकों को निष्पक्ष और सुरक्षित चुनाव कराने का दिया मंत्र
बिहार विधानसभा चुनाव 2020 को लेकर तैयारियां अब अंतिम चरण में है. चुनाव आयोग की ओर से लगातार प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर मतदानकर्मियों को निर्देशित किया जा रहा है.
बिहार में तैनात चुनाव पर्यवेक्षकों को संबोधित करते हुए अरोड़ा ने कहा कि लोकतंत्र की शक्ति मतदाताओं में निहित है. निर्वाचन आयोग ने उनके हवाले से एक बयान में कहा कि मतदाता में यह विश्वास भरने का प्रयास किया जाना चाहिए कि वे मतदान के दिन सुरक्षित और स्वतंत्र रूप से अपना वोट डालने बूथ तक पहुंचे. इसके लिए आयोग ने अतिरिक्त सावधानी बरतने की आवश्यकता रेखांकित करते हुए कई विषयों पर विशेष चर्चा की.
कोरोना के बीच इस बार होने हैं चुनाव
सुनील अरोड़ा ने पर्यवेक्षकों को कहा कि वे स्थानीय चुनाव मशीनरी के मित्र, दार्शनिक और मार्गदर्शक की भूमिका निभाये. गौरतलब है कि राज्य में 35 प्रतिशत अधिक मतदान होने के कारण 2 लाख अतिरिक्त मतदान कर्मी चुनावी कार्य में जुटेंगे. आयोग के बिहार दौरे के दौरान राजनीतिक दलों ने मतदाताओं को लेकर गंभीर चिंताएं व्यक्त की थी. दलों का मानना है कि इस महामारी के बीच आखिर कैसे मतदान निर्भीक माहौल में हो सकेगा. इसके लिए आयोग ने मतदाताओं को जागरूक करने और तमाम सुरक्षा के उपाय अपनाने का निर्देश दिया है.