पटना : बिहार में उपचुनाव को लेकर निर्वाचन आयोग (Election Commission of India) ने कुशेश्वरस्थान और तारापुर विधानसभा उपचुनाव (By-Election Kusheshwar sthan and Tarapur) को लेकर चुनाव आयोग ने बैठक की. इस दौरान संबंधित गाइडलाइंस के बारे में राजनीतिक दलों को जानकारी मुहैया कराने के उद्देश्य से निर्वाचन आयोग के दफ्तर में राज्य के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी एचआर श्रीनिवास के अध्यक्षता में प्रदेश के विभिन्न मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ चर्चा की गई. इस बैठक में बैलट पेपर से जुड़ी शिकायत को लेकर राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों ने चुनाव आयोग को अवगत कराया.
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बैठक के बाद बाहर निकलते राजद नेता वृषिण पटेल ने कहा कि यह बैठक राजनीतिक प्रतिनिधियों से राय लेने के लिए नहीं बल्कि चुनाव में कोरोना से संबंधी जो गाइडलाइंस निर्वाचन आयोग ने निर्धारित किए हैं. उसके संबंध में जानकारी देने के लिए बुलाई गई थी. उन्होंने बताया कि निर्वाचन आयोग ने इस बार जुलूस और किसी प्रकार का कोई रैली निकालने से मना किया है. इसके साथ ही बड़े मैदान में भी चुनावी सभा के दौरान अधिकतम हजार लोगों को प्रवेश की ही अनुमति है.
वृषिण पटेल ने कहा कि चुनाव आयोग ने बताया कि अगर कोई स्टार प्रचारक हो और अगर चुनावी सभा में कोई स्टार प्रचारक नहीं है तो उस सभा में अधिकतम 500 की भीड़ होनी चाहिए. इसके लिए एक रजिस्टर मेंटेन करना होगा और सभा में आने वाले सभी लोगों का ब्यौरा राजनीतिक दल द्वारा जुटाना होगा. उन्होंने कहा कि बैलेट पेपर को लेकर उनकी जो शिकायत थी कि बैलट टेबल उचित जानकारी दी जाए और बैलट पेपर का रिजल्ट बैलेट पेपर की गणना पूरी होते ही जारी कर दी जाए. ऐसे में चुनाव आयोग की तरफ से कहा गया है कि बैलेट पेपर का रिजल्ट ईवीएम की पूरी गणना के बाद ही जारी किया जाएगा.
वहीं, मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी एचआर श्रीनिवास ने बताया कि राजनीतिक दल के प्रतिनिधियों की पोस्टल बैलट को लेकर जो कुछ भी जिज्ञासा थी उसे दूर किया गया है. उन्होंने कहा कि सभी राजनीतिक दलों को काउंटिंग से पूर्व इसकी जानकारी दे दी जाएगी कि पोस्टल बैलट की काउंटिंग के लिए कितने टेबल लगाए गए हैं, ताकि टेबल के अनुरूप काउंटिंग एजेंट लगाए जा सके.
उन्होंने कहा कि उन्होंने राजनीतिक दल के प्रतिनिधियों से अपील की है कि सभी काउंटिंग एजेंट काउंटिंग टेबल पर सुबह 7:30 से पहले पहुंच जाए और अगर 7:30 तक भी नहीं पहुंचते हैं तो उनका इंतजार नहीं किया जाएगा और काउंटिंग शुरू कर दी जाएगी. इसके अलावा उन्होंने कहा कि राजनीतिक दल के प्रतिनिधियों से उन्होंने यह अपील किया है कि जितने भी महिलाओं के लिए आरक्षित मतदान केंद्र चुनाव आयोग की तरफ से तैयार किए जाएंगे उन मतदान केंद्रों पर राजनीतिक दल हर संभव यह कोशिश करेगी वहां पोलिंग एजेंट भी कोई महिला ही हो.
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