पटना:प्रशांत किशोर चुनाव के बड़े रणनीतिकार माने जाते हैं. लेकिन जदयू में शामिल होने के बाद भी जदयू के लिए बेगाने से बने हुए हैं. कभी नरेंद्र मोदी के लिए लंबे समय तक काम करने वाले पीके 2015 में नीतीश कुमार के लिए भी रणनीति कार बने थे. लेकिन इन दिनों वो बिहार में नहीं बल्कि दूसरे राज्य में दूसरी पार्टी के लिए चुनावी रणनीति बना रहे हैं.
जदयू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनने के बाद यह कयास लगाए जा रहे थे कि जदयू की चुनावी रणनीति की बागडोर उन्हीं के कन्धों पर होगी. लेकिन आरसीपी सिंह से मनमुटाव होने के कारण पीके की नाराजगी किसी से छिपी नहीं है. पीके फिलहाल वाईएसआर जगन रेड्डी के लिए हैदराबाद में चुनाव रणनीतिकार की भूमिका निभा रहे हैं. पीके का जगन के लिए तैयार सॉन्ग पूरे देश में धूम मचा रहा है.
सिर्फ नाम के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष
जदयू के राष्ट्रीय महासचिव आरसीपी सिंह से मनमुटाव के कारण उनकी भूमिका नीतीश कुमार ने सीमित कर दी. नीतीश ने चुनाव रणनीति की सारी जिम्मेवारी आरसीपी सिंह के कंधों पर डाल दी है. पीके नाराज होकर कई तरह का बयान भी देने लगे और इस पर ट्वीट भी किया.