पटना:बिहार सहित पूरे देश में इन दिनों साइबर अपराधी नए-नए तरीके इजाद कर लोगों को लूट रहे हैं. कोरोना महामारी के चलते बिगड़ी आर्थिक स्थिति के कारण लोग पर्सनल लोन प्रदान करने वाले फर्जी ऐप्स को डाउनलोड कर साइबर धोखाधड़ी के शिकार हो रहे हैं. इसके चलते आर्थिक अपराध इकाई ने लोगों से फर्जी लोन ऐप्स डाउनलोड न करने की अपील की है. लोगों को साइबर फ्रॉड के प्रति जागरूक करने के लिए आर्थिक अपराध इकाई ने ई-पोस्टर जारी किया है.
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ऐसे एप से रहें सावधान
आर्थिक अपराध इकाई से मिली जानकारी के अनुसार कई लोग पर्सनल लोन के चक्कर में फर्जी एप्स के जरिए फंस चुके हैं. इकाई ने लोगों को सतर्क किया है कि वैसे पर्सनल लोन ऐप्स से दूर रहें जिसमें समय सीमा के अंदर आवेदन करने का दबाव बनाया जाता है. अगर कर्जदाता आवेदन मूल्यांकन या क्रेडिट रिपोर्ट शुल्क के विस्तृत विवरण का खुलासा नहीं कर रहा हो और जीएसटी या प्रोसेसिंग फीस के नाम पर अग्रिम भुगतान की मांग कर रहा हो तो उस लोन एप से लोन नहीं लें.
आर्थिक अपराध इकाई द्वारा जारी ई-पोस्टर. लोन लेने से पहले जुटाएं ये जानकारी
किसी भी लोन एप से कर्ज लेने से पहले यह जानकारी जरूर जुटा लें कि वह लोन एप या उसके मालिकाना हक वाली कंपनी सरकार के पास पंजीकृत है या नहीं. उसका कोई भौतिक पता है या नहीं. अपरिचित व्यक्ति या किसी ऐप से केवाईसी दस्तावेज शेयर न करें. किसी अपरिचित बैंकिंग एप के बारे में शिकायत करने के लिए https:/sachet.rbi.org.in पर सम्पर्क करें.
आर्थिक अपराध इकाई द्वारा जारी ई-पोस्टर. यह भी पढ़ें-कोरोना के कारण 'सात फेरों' पर ग्रहण! टलने लगी शादियां, बुकिंग भी होने लगे हैं रद्द