पटना:BPSC पेपर लीक कांड में गिरफ्तार डीएसपी रंजीत रजक को सरकार ने सस्पेंड (DSP Ranjit Rajak Suspended ) कर दिया है. इसको लेकर सरकार के गृह विभाग की तरफ से अधिसूचना जारी कर दी गई है. बीपीएससी पेपर लीक कांड की जांच कर रही आर्थिक अपराध इकाई की एसआईटी को डीएसपी के खिलाफ कई सबूत मिलते थे, जिसके बाद बीते दिनों डीएसपी रंजीत रजक को गिरफ्तार कर लिया था.
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BPSC घोटाला में गिरफ्तार DSP रंजीत रजक सस्पेंड :BPSC घोटाला में गिरफ्तार डीएसपीरंजीत रजक के पत्नी के अकाउंट में 14 लाख रुपए थे और उसके पास 850 ग्राम सोना के अलावा 1 किलो चांदी भी मिली थी. रंजीत रजक के पास 68 लाख की ज्वेलरी होने का पता चला था. पति-पत्नी दोनों के पास मिला कर लगभग डेढ़ किलो सोना और डेढ़ किलो चांदी है. रंजीत रजक के मां के नाम 650 ग्राम सोना और 1 किलो से ज्यादा चांदी होने की जानकारी मिली थी. वो पिछले एक दशक से बीपीएससी मैं नौकरी दिलाने के धंधे में संलिप्त था. दरअसल रंजीत रजक की मिलीभगत बीपीएससी के सेक्शन ऑफिसर और चतुर्थ वर्गीय कर्मचारियों के साथ थी. जिसके जरिए वह स्ट्रांग रूम से ओएमआर सीट और मेंस की कॉपी बाहर निकलवाता था और फिर कॉपी भरकर स्ट्रांग रूम में जमा करवा देता था.
BPSC के अधिकारियों से थी रंजीत की मिलीभगत : रंजीत रजक एसएससी में भी नौकरी दिलवाने का काम करता था. एसएससी से ओएमआर शीट निकलवाने के आरोप में 23 /2012 मामला दर्ज किया गया था. 2014 में चार्जशीट दाखिल हुआ था. जांच के दौरान यह भी तथ्य सामने आया था कि रंजीत के गिरोह के सदस्य स्ट्रांग रूम की डुप्लीकेट चाबी बनवाकर रखते थे. 19 अक्टूबर 2012 को छापेमारी हुई थी और एसटीएफ ने रंजीत के यहां से ओएमआर शीट बरामद किया था.
स्ट्रांग रूम से OMR शीट और कॉपी निकलवाता था DSP रंजीत :रंजीत रजक बीपीएससी का मास्टरमाइंड माना जाता था और चुटकी में किसी को ऑफिसर बनवाने का ठेका लेता था. रंजीत रजक खुद दो बार बीपीएससी में उत्तीर्ण हो चुका है. पहली बार रंजीत रजक 53वीं से 55 वीं में बीएसपी बना था और फिर उसके बाद 56 वीं से 59 वीं बैच में एसडीएम भी बन गया. उसके कई परिजन बीपीएससी परीक्षा के जरिए सरकारी नौकरी में है. कई रसूखदार लोगों के बच्चों को भी रंजीत बीपीएससी की परीक्षा पास करवा चुका है.