पटना:राजधानी के बिहटा में सूखाग्रस्त अनुदान राशि न मिलने के कारण किसानों ने चुनाव में वोट बहिष्कार का करने का निर्णय लिया है. किसानों ने कहा कि सरकार ने हमारे साथ सोतेला व्यवहार कर रही है. वहीं, एक तरफ संसद में किसान बिल के पास होने के विरोध में देश किसान सड़क पर हैं तो दूसरी तरफ राजधानी पटना से सटे बिहटा के बिंदौल पंचायत में किसानों ने इस वार विधानसभा चुनाव में वोट बहिष्कार का निर्णय लिया है.
वोट बहिष्कार का निर्णय
किसानों ने बेंदौल पंचायत के घोडाटाप गांव में एक बैठक कर अपने पंचायत में किसी भी नेता को आने पर प्रतिबंध लगा दिया है. किसानों ने कहना है कि स्थानीय सांसद हो या विधायक किसी ने भी 5 साल तक हमारी सुध नहीं ली. किसानों ने कहा कि पिछले साल पंचायत में भीषण सुखाड़ का सामना करना पड़ा. किसान प्रखंड और अनुमंडल में अनुदान के लिए पैर घिसते रह गए. लेकिन यहां के किसानों को अनुदान से वंचित रखा गया. किसानों का हाल जानने के लिए न तो स्थानीय विधायक आये और न ही सांसद पहुंचे. दरसअल बिहटा प्रखंड के 26 पंचायतों में से मात्र एक बिंदौल पंचायत को सुखा अनुदान से अलग कर दिया गया था. जिसके बाद पंचायत की किसानों और आम जनता में सरकार के खिलाफ आक्रोश है. स्थानीय अधिकारी के अलावा जिला अनुमंडल तक इसके लिए किसानों ने आवेदन तक दिया. लेकिन किसी ने भी इस पर कोई जवाब नहीं दिया.