पटना:संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) ने सिविल सेवा परीक्षा 2019 का फाइनल रिजल्ट 4 अगस्त 2020 को जारी कर दिया है. इस परीक्षा में प्रदीप सिंह ने टॉप किया है. वहीं, इस रिजल्ट में पटना के प्रतिष्ठित पीएमसीएच हॉस्पिटल की दो महिला डॉक्टरों ने क्वालीफाई किया है. अस्पताल के जनरल मेडिसिन विभाग की चिकित्सक डॉ. निधि ठाकुर ने यूपीएससी में ऑल इंडिया रैंक 180 लाई है.
डॉ. निधि ठाकुर ने बताया कि उन्होंने थर्ड अटेम्प्ट में यूपीएससी क्वालीफाई किया है. उन्हें बहुत खुशी है. पिछले बार काफी कम मार्क्स से उनका यूपीएससी छूट गया था. लेकिन इस बार के उसके रिजल्ट से उनके घरवाले काफी खुश हैं. उनकी मां रिजल्ट सुनने के बाद उनसे मिलने पटना पहुंची हुई है. वो कोरोना के डर से मास्क और पूरा किट पहन कर आई है. साथ ही डॉ. निधि ठाकुर ने बताया कि अब वह सर्विसेज का इंतजार कर रही है कि उन्हें क्या कुछ सर्विस मिल रहा है. उसके बाद वो आगे तय करेंगी कि उन्हें यूपीएससी में करना क्या है.
डॉ. निधि ठाकुर से ईटीवी संवाददाता की खास बातचीत 'नियमित पढ़ाई से मिली सफलता'
यूपीएससी के लिए कैसे तैयारी की, इस बारे में जानकारी देते हुए डॉ. निधि ठाकुर ने बताया कि वो पीएमसीएच में बतौर सीनियर रेजिडेंट कार्यरत हैं, तो उन्होंने ड्यूटी करते हुए यूपीएससी की तैयारी की. उन्होंने बताया कि तैयारी के लिए उन्होंने कहीं कोई कोचिंग या ट्यूशन नहीं किया. कोचिंग या ट्यूशन के लिए उन्हें वक्त ही नहीं मिल पाता था. वो हरेक दिन नियमित पढ़ाई करती थी. उसका ऑप्शनल मेडिकल साइंस था, जिसका उन्हें पहले से नॉलेज था. इसलिए उन्होंने ज्यादा फोकस जनरल स्टडीज पर किया और वो क्वालीफाई कर गई.
आगे बढ़ते रहने के लिए मोटिवेशन की जरूरत
यूपीएससी की तैयारी करने वाले छात्रों को संदेश देते हुए डॉ. निधि ठाकुर ने कहा कि पहले यह तय करें कि वह क्यों यूपीएससी क्वालीफाई करना चाहते हैं. लगातार आगे बढ़ते रहने के लिए मोटिवेशन की जरूरत पड़ती है. जो भी यूपीएससी की तैयारी कर रहे हैं उन्हें यह क्लियर रखना चाहिए कि वह क्यों क्वालीफाई करना चाहते हैं. इसके अलावा उन्होंने कहा कि आजकल बहुत सारी स्टडी मैटेरियल ऑनलाइन उपलब्ध है उसे पढ़ें. एक स्ट्रेटजी बनाएं की कैसी पढ़ाई करनी है. यह नहीं की चार-पांच महीने पढ़ाई के बाद लगे कि वो गलत दिशा में पढ़ाई कर रहे हैं. इसलिए पहले से प्लान कर डेली 5 से 6 घंटे पढ़ाई करें यूपीएससी आराम से क्वालीफाई कर जाएंगे.