पटना : बिहार में कोरोना (Coronavirus) के मामलों में लगातार कमी आ रही है. वहीं लॉकडाउन (Lockdown) ने वायरस को फैलने से तो रोका, लेकिन इस दौरान घरेलू हिंसा (Domestic violence) के मामलों में सबसे ज्यादा उछाल देखने को मिल रहा है. हांलाकि राज्य में अब धीरे-धीरे अनलॉक की ओर बढ़ रहा है, फिर भी हर दिन तीन से पांच मामले महिला उत्पीड़न के बिहार के विभिन्न थानों में दर्ज हो रहे हैं. महिला हेल्पलाइन ( Women Helpline ) में ज्यादा मामले आ रहे हैं.
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काउंसलिंग से निपटाये जा रहे ज्यादातर मामले
हालांकि, घरेलू हिंसा के ज्यादातार मामलों को काउंसलिंग के माध्यम से निपटाया जा रहा है. बचे कुछ ही मामले दर्ज हो रहे हैं. कोरोना संक्रमण रोकथाम को लेकर लॉकडाउन में महिलाओं पर हिंसा से संबंधित घटनाएं कम नहीं हो रही है. वर्तमान परिस्थिति में पीड़ित होने के बावजूद भी वह हेल्पलाइन तक नहीं पहुंच पा रही हैं. ऐसे में फिलहाल व्हाट्सएप या एसएमएस के जरिए अपना आवेदन दे रही हैं. इसके बाद महिला हेल्पलाइन की ओर से फोन और वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए ज्यादातर मामलों का समाधान किया जा रहा है.
लॉकडाउन में बढ़ी घरेलू हिंसा : ADG
वहीं इस पूरे मसले परपुलिस मुख्यालय के एडीजी जितेंद्र कुमार ने बताया कि तो महिलाओं से संबंधित मामले इन दिनों बढ़ गए हैं. इसका मुख्य कारण है कि लॉकडाउन के दौरान परिवार के सभी सदस्य घर में अपना समय व्यतीत कर रहे हैं. जिस वजह से महिलाओं पर काम का बोझ बढ़ गया है. एडीजी के मुताबिक, ऐसे मामलों को पहले काउंसलिंग के माध्यम से निपटारा करने का प्रयास किया जाता है ताकि किसी का परिवार में टूट ना हो.