पटना: कोरोना वायरस के संभावित खतरे से निपटने के लिए प्रदेश की सरकार ने पूरे बिहार को हाई अलर्ट पर रखा है. लेकिन जिला अंतर्गत दुल्हिन बाजार के प्रखंड मुख्यालय में अवस्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में कोरोना से निजात के लिए कोई सरकारी पहल नहीं की गई है. बता दें कि दुल्हिन बाजार प्रखंड में 14 पंचायत हैं. प्रखंड के मरीजों के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ही एक मात्र सहारा है. ऐसे में मरीजों को जिला प्रशासन ने भगवान भरोसे छोड़ दिया है.
पटना PHC में कोरोना से बेखबर दिखे डॉक्टर, बोले- 'नहीं मिला है कोई सरकारी आदेश' - PHU patna
एक तरफ सरकार जहां कोरोना वायरस के संभावित खतरे से निपटने के लिए पूरे प्रदेश को हाई अलर्ट पर रखा है. वहीं, दुल्हिन बाजार प्रखंड के प्रथमिक अस्पताल में डॉक्टर ही सरकारी निर्देशों का पालन नहीं कर रहें हैं. अस्पताल में कोरोना को लेकर ना तो किसी तरह का कोई दवाई उपलब्ध कराया गया है और नाही अस्पताल के डॉक्टर इस मामले को गंभीरता से ले रहे हैं.
बिना मास्क के इलाज कर रहे थे डॉक्टर
इसको लेकर जब ईटीवी भारत संवाददाता ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के ओपीडी का जायजा लिया तो वहां पर बड़ी संख्या में महिला मरीज कतार बनाकर इलाज के लिए अपनी बारी का इंतजार कर रही थी. अस्पताल में कोरोना वायरस को लेकर किसी तरह का निर्देशों का पालन नहीं किया जा रहा था. वहीं, ओपीडी में इलाज कर रहे डॉक्टर शहजाद रजा भी बिना मास्क लगाए मरीजों का इलाज करते पाए गए. इस मामले पर उन्होंने कहा कि हर समय मास्क लगाए रखने की कोई जरूरत नहीं है. कोरोना वायरस से बचाव के लिए लोगों को जागरूक किया जा रहा है.
स्वास्थ्य विभाग की ओर से नहीं मिला है निर्देश
इस मामले पर प्रथमिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सा प्रभारी सावित्री कुमारी ने कहा कि सरकार या स्वास्थ्य विभाग की ओर से कोरोना वायरस को लेकर किसी तरह का सरकारी निर्देश नहीं मिला है. अस्पताल में किसी प्रकार का कोई सामान भी उपलब्ध नहीं करवाया गया है. प्रखंड में एक भी कोरोना का मरीज नहीं मिला है. कोरोना संदिग्ध मरीज मिलने पर उसे पालीगंज अनुमंडल अस्पताल में भेजा जाएगा.