पटना: बिहार के पूर्णिया में डॉक्टर पर जानलेवाहमला मामले में सरकारी अस्पतालों के सभी डॉक्टर आज 21 नवंबर को हड़ताल पर रहेंगे. डॉक्टरों के हड़ताल पर जाने के कारण ओपीडी सेवा पर काफी असर पड़ेगा. सर्जन डॉ राजेश पासवान के ऊपर हुए हमले के बाद इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में कार्य बहिष्कार किया है. उधर 22 नवंबर को आईएमए ने आपात बैठक बुलाई है. माना जा रहा है कि इस दौरान आगे की रणनीति पर चर्चा की जाएगी.
पुलिस के सामने डॉक्टर पर हमले का आरोप: डॉ राजेश पासवान के ऊपर हुए हमले के बाद इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की बिहार शाखा ने प्रेस विज्ञप्ति जारी की है. इसमें कहा गया है कि पुलिस के सामने ही डॉक्टर पर हमला किया गया. ऐसी घटनाएं लगातार हो रही हैं. जिसके विरोध में आज मंगलवार 21 नवंबर को सभी सरकारी अस्पतालों में इमरजेंसी कार्य छोड़कर शेष सभी कार्य ठप रहेंगा.
डॉक्टरों ने की कानूनी कार्रवाई की मांग: इस घटना की निंदा करते हुए आईएमए ने बिहार सरकार से सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग की है. सभी दोषियों पर बिहार चिकित्सीय संस्थान एवं व्यक्ति सुरक्षा नियमावली 2018 के तहत दंड देने की मांग की जा रही है. वहीं मांग की जा रही है कि बिहार चिकित्सीय संस्थान एवं व्यक्ति सुरक्षा कानून 2011 में एपिडेमिक डिजीज कानून 2020 के प्रावधानों को भी तुरंत अंतर्निहित किया जाए. इससे डॉक्टरों पर लगातार हो रहे हमलों पर रोक लग सकती है.
जा रहे हैं अस्पताल तो इस बात का रखें ध्यान : आईएमए की बिहार शाखा का कहना है कि पिछले दो साल से बिहार सरकार के स्वास्थ्य विभाग के उच्च अधिकारियों से कई बार अनुरोध किया जा चुका है. हालांकि बार-बार उन्हें सिर्फ आश्वासन मिला और अभी तक कोई निर्णय नहीं लिया गया है. आज राज्य के सभी चिकित्सीय संस्थान में इमरजेंसी सेवा छोड़कर सभी कार्य ठप रहेंगे. वहीं एक्शन कमेटी टीम की विस्तारित बैठक 22 नवंबर को शाम में की जाएगी.