पटना:जिले के गर्दनीबाग अस्पताल में कोरोना संक्रमण को लेकर स्वास्थ्यकर्मी भयभीत नजर आ रहे हैं. दरअसल, बीती रात अस्पताल में एक मरीज की मौत हुई थी. जिसके बाद अस्पताल को अभी तक सैनिटाइज नहीं किया गया है. वहीं एहतियातन डॉक्टर अस्पताल में आने के बाद वैन में ही बैठकर मरीजों को देखना शुरू कर दिए हैं. डॉक्टर के साथ दो नर्स भी अस्पताल परिसर में मरीजों को लगातार परामर्श देती नजर आ रही हैं.
पटना में कार बना अस्पताल! जानिए क्यों डॉक्टर और स्टाफ ऐसे कर रहे काम - गर्दनीबाग
वैन में इलाज कर रहीं डॉक्टर अमिता सिंह ने बताया कि बीती रात एक 70 वर्षीय वृद्ध मरीज की अस्पताल में मौत हो गयी. मृतक की कोरोना जांच नहीं हुई थी. साथ ही उन्होंने बताया कि यहां के स्वास्थ्यकर्मी इसको लेकर सशंकित थे. इसलिए हमलोगों ने वैन में ही बैठकर काम करना शुरू किया है.
वैन में इलाज कर रहीं डॉक्टर अमिता सिंह ने बताया कि बीती रात एक 70 वर्षीय वृद्ध मरीज की अस्पताल में मौत हो गयी. मृतक का कोरोना जांच नहीं हुई थी. साथ ही उन्होंने बताया कि यहां के स्वास्थ्यकर्मी इसको लेकर सशंकित थे. इसलिए हमलोगों ने वैन में ही बैठकर काम करना शुरू किया है. यहां आने वाले मरीजों को हम लोग यहीं से परामर्श दे रहे हैं.
वैन पर काम कर रहे चिकित्सक
कोरोना संक्रमण काल में स्वास्थ्य सेवाओं का अपना महत्व है. इस समय पटना के 25 केंद्रों पर कोरोना जांच चल रहा है. जिसमें एक गर्दनीबाग का ये अस्पताल भी है. जहां जांच का काम प्रभावित न हो इसलिए डॉक्टरों ने अस्पताल परिसर में ही वैन रखकर काम करना शुरू कर दिया है.