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स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सक और कर्मियों को 1 माह के मूल वेतन के समतुल्य प्रोत्साहन राशि की मिली स्वीकृति

सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग के सचिव अनुपम कुमार ने बताया कि सरकार की ओर से यह घोषणा की गई थी कि स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सक और कर्मियों को एक माह के मूल वेतन के समतुल्य प्रोत्साहन राशि दी जाएगी. सरकार की ओर से आज इसकी स्वीकृति दे दी गई है.

पटना
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Published : Aug 2, 2020, 9:35 PM IST

पटना:वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग के सचिव अनुपम कुमार, स्वास्थ्य विभाग के सचिव लोकेश कुमार सिंह, पुलिस मुख्यालय के अपर पुलिस महानिदेशक जितेन्द्र कुमार और आपदा प्रबंधन विभाग के अपर सचिव रामचंद्र डू ने कोरोना संक्रमण की रोकथाम और अलग-अलग नदियों के जलस्तर को लेकर सरकार की ओर से किए जा रहे कार्यों के संबंध में अद्यतन जानकारी दी.

डॉक्टर्स और कर्मियों का बढ़ेगा मनोबल
सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग के सचिव अनुपम कुमार ने बताया कि कोविड-19 और बाढ़ की वर्तमान स्थिति को लेकर उच्च स्तर पर समीक्षा कर आवश्यक निर्देश भी दिए जा रहे हैं. सरकार की ओर से यह घोषणा की गई थी कि स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सक और कर्मियों को एक माह के मूल वेतन के समतुल्य प्रोत्साहन राशि दी जाएगी. सरकार की ओर से आज इसकी स्वीकृति दे दी गई है. इस पर कुल 252.54 करोड़ रूपये की राशि का व्यय होगा. इससे फ्रंटलाइन वर्कर्स, डॉक्टर्स और चिकित्सा कर्मियों का मनोबल काफी बढ़ेगा और इसका अच्छा असर देखने को मिलेगा.

127 फ्लाइट्स के माध्यम से 12 देशों से 20,217 लोग आए बिहार
सूचना सचिव अनुपम कुमार ने बताया कि अब तक गया एयरपोर्ट पर 15 एयरलाइन्स की कुल 127 फ्लाइट्स के माध्यम से 12 देशों से 20,217 लोग आए हैं. फ्लाइट्स के माध्यम से बाहर से आने वालों में बिहार के 18,930 लोग और झारखंड के 1,287 लोग शामिल हैं. इनके लिए क्वारंटाइन में रहने की व्यवस्था की गई थी. बिहार के 18,930 लोगों में से 14,117 लोग सरकारी क्वारंटाइन में है, जबकि 4,813 लोग पेड क्वारंटाइन की व्यवस्था में रहे है. इनमें से 16,845 लोग क्वारंटाइन की निर्धारित अवधि पूरी कर अपने घर वापस लौट चुके हैं. वर्तमान में पेड क्वारंटाइन में 463 लोग और सरकारी क्वारंटाइन सेंटर में 1,622 लोग आवासित हैं.

12 करोड़ 39 लाख मानव दिवसों का किया जा चुका है सृजन
अनुपम कुमार ने बताया कि गैर राशन कार्डधारी सुयोग्य परिवारों के लिए 23 लाख 38 हजार 990 नए राशन कार्ड बने हैं. इनमें से अबतक 22 लाख 70 हजार राशन कार्ड वितरित किये जा चुके हैं. इस प्रकार करीब 97 प्रतिशत राशन कार्डों का वितरण किया जा चुका है. राशन कार्ड विहीन परिवारों को इससे काफी राहत मिलेगी. उन्होंने बताया कि रोजगार सृजन पर भी सरकार का पूरा ध्यान है और लॉकडाउन पीरियड से लेकर अभी तक विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत 12 करोड़ 39 लाख से अधिक मानव दिवसों का सृजन किया जा चुका है.

पॉजिटिविटी रेट 10 प्रतिशत से घटकर 7.75 प्रतिशत
स्वास्थ्य विभाग के सचिव लोकेश कुमार सिंह ने बताया कि कोरोना संक्रमण से पिछले 24 घंटे में 1,164 लोग स्वस्थ हुए हैं और अब तक 36,637 लोग कोविड-19 संक्रमण से स्वस्थ हो चुके हैं. बिहार का रिकवरी रेट 63.97 प्रतिशत है. 01 अगस्त को कोविड-19 के 2,762 नए मामले सामने आए हैं. वर्तमान में बिहार में कोविड-19 के 20,310 एक्टिव मरीज हैं. उन्होंने बताया कि पिछले 24 घंटे में बिहार राज्य में 35,619 सैंपल्स की जांच की गई है और अब तक की गई कुल जांच की संख्या 6,12,415 है. उन्होंने बताया कि कोविड-19 का पॉजिटिविटी रेट 10 प्रतिशत से घटकर 7.75 प्रतिशत हो गया है.

33 लाख 36 हजार 700 रुपए वसूल की गई जुर्माना
पुलिस मुख्यालय के अपर पुलिस महानिदेशक जितेन्द्र कुमार ने बताया कि सरकार की ओर से 1 अगस्त से लागू अनलॉक-3 के तहत जारी गाइडलाइन्स का अनुपालन कराया जा रहा है. पिछले 24 घंटे में 02 कांड दर्ज किए गए हैं और 01 व्यक्ति की गिरफ्तारी हुई है. इस दौरान 525 वाहन जब्त किए गए हैं और 14 लाख 06 हजार 500 रूपये की राशि जुर्माने के रुप में वसूल की गई है. इस प्रकार 01 अगस्त से अब तक 11 कांड दर्ज किए गए हैं और 06 व्यक्तियों की गिरफ्तारी हुई है. कुल 1,383 वाहन जब्त किए गए हैं और 33 लाख 36 हजार 700 रुपए की राशि जुर्माने के रूप में वसूल की गई है.

उन्होंने बताया कि सार्वजनिक स्थानों पर मास्क नहीं पहनने वाले लोगों पर भी लगातार कार्रवाई की जा रही है. पिछले 24 घंटे में मास्क नहीं पहनने वाले 4,120 व्यक्तियों से 02 लाख 06 हजार रूपये की राशि जुर्माने के रूप में वसूल की गई है. इस प्रकार 01 अगस्त से अब तक मास्क नहीं पहनने वाले 9,718 व्यक्तियों से 04 लाख 85 हजार 900 रूपये की जुर्माना राशि वसूल की गई है. कोविड-19 से निपटने के लिए उठाए जा रहे कदमों और नए दिशा-निर्देशों का पालन करने में अवरोध पैदा करने वालों के खिलाफ सख्ती से कदम उठाए जा रहे हैं.

तटबंधों पर सतत निगरानी और चैकसी
जल संसाधन विभाग की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार कोशी नदी में रविवार को 12 बजे दिन में 1,73,215 क्यूसेक जलश्राव प्रवाहित हुआ है और इसकी प्रवृति घटने की है. गंडक नदी में 1,83,400 क्यूसेक जलस्राव प्रवाहित हुआ है और इसका जलस्तर भी फॉलिंग ट्रेंड में है. बागमती नदी का जलस्तर ढेंग, सोनाखान, डूब्बाधार, कटौझा, बेनीबाद एवं हायाघाट गेज स्थलों पर खतरे के निशान से ऊपर है. महानंदा नदी का जलस्तर तैयबपुर एवं ढेंगराघाट गेज स्थल पर खतरे के निशान से 0.56 मी. और 0.65 मी. ऊपर है. सोन नदी में 29,244 क्यूसेक जलश्राव प्रवाहित हुआ है और इसकी प्रवृति बढ़ने की है. कमला बलान नदी का जलस्तर जयनगर वीयर के डाउनस्ट्रीम और झंझारपुर रेलपुल के पास खतरे के निशान से ऊपर है. बूढी गंडक नदी का जलस्तर सिकंदरपुर, समस्तीपुर रेलपुल, रोसरा रेलपुल, एवं खगड़िया में खतरे के निशान से ऊपर है. घाघरा नदी का जलस्तर दरौली और गंगपुर सिसवन में खतरे के निशान से 0.23 मी. और 0.04 मी. ऊपर है.

उन्होंने बताया कि मुख्य अभियंता, गोपालगंज परिक्षेत्राधीन, सारण तटबंध सारण, भैसही पुरैना छरकी, बंधौली शीतलपुर फैजुल्लाहपुर जमींदारी बाँध और बैकुंठपुर रिटायर्ड लाईन और मुख्य अभियंता, मुजफ्फरपुर परिक्षेत्राधीन चम्पारण तटबंध और बूढी गंडक नदी के दायें तटबंध के कंट्री साइड में निर्मित रिटायर्ड बाँध के क्षतिग्रस्त भाग को छोड़कर शेष विभिन्न नदियों (बिहार) पर अवस्थित तटबंध सुरक्षित हैं. इन तटबंधों पर सतत निगरानी एवं चैकसी बरती जा रही है.

बाढ़ से 14 जिले के 1,059 पंचायतें प्रभावित
आपदा प्रबंधन विभाग के अपर सचिव रामचंद्र डू ने बताया कि बिहार कि विभिन्न नदियों के बढ़े जलस्तर को देखते हुए आपदा प्रबंधन विभाग पूरी तरह से सतर्क है. नदियों के बढ़े जलस्तर से बिहार के 14 जिले के कुल 113 प्रखंडों की 1,059 पंचायतें प्रभावित हुई हैं, जहां आवश्यकतानुसार राहत शिविर चलाए जा रहे हैं. पूर्वी चम्पारण में 02, गोपालगंज में 11, खगड़िया में 01 और समस्तीपुर में 05 राहत शिविर चलाए जा रहे हैं. इन सभी 19 राहत शिविरों में कुल 26,734 लोग आवासित हैं.

उन्होंने बताया कि 1,385 कम्युनिटी किचेन चलाए जा रहे हैं, जिनमें प्रतिदिन 9,29,465 लोग भोजन कर रहे हैं. सभी बाढ़ प्रभावित जिलों में एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें राहत और बचाव का कार्य कर रही हैं और अब तक प्रभावित इलाकों से एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और बोट्स के माध्यम से करीब 4,03,269 लोगों को निष्क्रमित किया गया है.

जिलों को किया गया है अलर्ट
उन्होंने बताया कि बाढ़ प्रभावित प्रत्येक परिवार को ग्रेचुटस रिलीफ के अंतर्गत 6,000 रूपये की राशि दी जाती है और अभी तक 02 लाख परिवारों के बैंक खाते में कुल 120 करोड़ रूपये जीआर की राशि भेजी जा चुकी है. ऐसे परिवारों को एसएमएस के माध्यम से सूचित भी किया गया है. मौसम विभाग की ओर से जारी पूर्वानुमान को देखते हुए सभी जिलों को अलर्ट करा दिया गया है. उन्होंने बताया कि आपदा प्रबंधन विभाग सम्पूर्ण स्थिति पर लगातार निगरानी रख रहा है.

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