पटना:विकासशील इंसान पार्टी सुप्रीमो मुकेश साहनी नेबाबा बागेश्वरके बिहार आगमन का समर्थन किया है. उन्होंने बाबा से कहा है कि उनके पास जो दिव्य शक्तियां हैं, उससे वह बिहार का भला करें. मुकेश साहनी ने बुधवार को एक बयान जारी करते हुए कहा कि बिहार सबका स्वागत करता है. जिसको भी बिहार आने की इच्छा है, वह बिहार आए. बिहार में आएं, बिहार को घूमे, बिहार को देखें, बिहार के बारे में सोचिए और अगर आपके पास दिव्य शक्तियां हैं, तो उससे बिहार का भला कीजिए. बाबा बागेश्वर के प्रस्तावित दरबार को लेकर मुकेश साहनी के इस बयान को बड़े बयान के रूप में देखा जा रहा है.
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" बिहार सबका स्वागत करता है. बिहार में आएं, बिहार को घूमे, बिहार को देखें, बिहार के बारे में सोचिए और अगर आपके पास दिव्य शक्तियां हैं, तो उससे बिहार का भला कीजिए"-मुकेश साहनी, सुप्रीमो, वीआईपी
'हिंदू मुस्लिम की बात ना करें तो स्वागत है': बता दें कि इससे पहले बाबा बागेश्वर पटना में लगने वाले प्रस्तावित दरबार को लेकर राज्य में राजनीतिक बयानबाजी का दौर चरम पर है. राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे और बिहार सरकार के मंत्री तेज प्रताप यादव ने कहा था कि अगर बाबा बागेश्वर सामाजिक समरसता की बात करते हैं तो उनका बिहार में स्वागत है और अगर वह हिंदू मुस्लिम की बात करते हैं तो उनका विरोध किया जाएगा.
आरजेडी के नेता कर रहे आगमन का विरोधः वहीं, राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने भी बाबा बागेश्वर के ऊपर राजनीतिक हमला किया था, उन्होंने यहां तक कह दिया था कि ऐसे बाबा को तो जेल में रहना चाहिए. राजद के ही मंत्री सुरेंद्र राम के साथ शिक्षा मंत्री प्रोफेसर चंद्रशेखर ने भी बाबा बागेश्वर के राजधानी में लगने वाले प्रस्तावित दरबार के ऊपर बयान दिया था. प्रोफेसर चंद्रशेखर ने तो यहां तक कह दिया था कि अगर बाबा बागेश्वर उन्माद फैलाएंगे तो जेल जाएंगे. जिससे राज्य में राजनीतिक माहौल गर्म हो गया था और बीजेपी ने इन दोनों के बयान की कड़ी निंदा भी की थी.
नौबतपुर में लगेगा बाबा का दरबारः बता दें कि आगामी 13 मई से लेकर 16 मई तक बाबा बागेश्वर का दरबार पटना से सटे नौबतपुर के पास तरेत पाली में लगने वाला है, जिसकी तैयारी भी चल रही है. जानकारी के अनुसार पहले यह दरबार राजधानी के ऐतिहासिक गांधी मैदान में लगने वाला था लेकिन कतिपय कारणों से दरबार के स्थल में बदलाव हो गया. उम्मीद जताई जा रही है कि बाबा के दरबार में रोजाना कम से कम तीन लाख लोगों की आने की संभावना है.