पटना: दिवाली का पहला दिन धनतेरस के रूप में पूरे भारतवर्ष में मनाया जाता है. धनतेरस के दिन भगवान कुबेर की पूजा होती है. कुबेर के वरदान से घर में अपार धन के भंडार लग सकते हैं. इनके पूजन के लिए धनतेरस के दिन कई उपाय भी किए जाते हैं.
धातुओं से बने बर्तन खरीदने का बड़ा महत्व
धनतेरस पर विभिन्न धातुओं से बने बर्तन, सोना, चांदी खरीदने का बड़ा महत्व होता है. इस दिन धातु का सामान खरीदना शुभ माना जाता है. ऐसी मान्यताएं हैं कि धनतेरस पर दिन के समय या संध्याकाल में अगर खरीदारी की जाए तो तमाम मनोकामनाएं पूरी हो सकती हैं.
धनतेरस पर पीतल व चांदी के बर्तन खरीदने का रिवाज धनतेरस पूजा का शुभ मुहूर्त:
12 नवंबर- रात्रि 9.30 बजे
13 नवंबर- शाम 5.30 से 7.30 बजे तक ( स्थिर लग्न, वृष)
धनतेरस पर खरीददारी का शुभ मुहूर्त :
- प्रात: 7 से10 बजे तक
- दोपहर 12 से 2.30 बजे तक
- शाम 04 से 5.30 बजे तक
- रात्रि 8.45 से 10.25 बजे तक
ऐसे करें धनतेरस पर पूजन:
- ऐसी मान्यता है कि भगवान कुबेर को सफेद मिठाई और धनवंतरि को पीली मिठाई का भोग लगाना चाहिए.
- फल, फूल, चावल, रोली, चंदन, धूप व दीप के साथ पूजन करना चाहिए.
- धनतेरस की शाम को तिल के तेल से दीपक जलाएं.
- शाम की पूजा में सबसे पहले गणेशजी की पूजा करें.
- गणेशजी की पूजा के बाद लक्ष्मीजी की पूजा करें.
- लक्ष्मीजी की पूजा के बाद भगवान धन्वन्तरि और यमराज जी की पूजा करें.
- पूजा के बाद दक्षिण दिशा की ओर मुंह करके यमराज को जल दें.
धनतेरस के दिन क्या खरीदें?
कार्तिक कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि के दिन समुंद्र मंथन से धनवंतरि प्रकट हुए. धनवंतरि जब प्रकट हुए थे तो उनके हाथो में अमृत से भरा कलश था. इसलिए ही इस दिन बर्तन खरीदने की परंपरा है. विशेषकर सोने या चांदी की चीज़ें खरीदने का महत्व है. धनतरेस के दिन बहुत से लोग लक्ष्मी-गणेश जी बने हुए सोने-चांदी के सिक्के खरीदते हैं, जो कि बहुत ही शुभ माने जाते हैं, लेकिन जो लोग ये नहीं खरीद सकते, वो स्टील, पीतल या तांबे आदि का बर्तन खरीद सकते हैं.
झाडू खरीदने का विधान
धनतेरस से दीपावली की शुरूआत होती है तो इस दिन घर की साफ-सफाई करना जरूरी होता है. क्या आप जानते हैं धनतेरस पर झाडू खासतौर पर खरीदी जाती है. धनतेरस के दिन झाडू खरीदने का विधान घर की साफ-सफाई से लिया जाता है.