पटना: राजधानी पटना से सटे मसौढ़ी अनुमंडल के धनरूआ प्रखंड में बाढ़ के खतरों से निपटने के लिए इन दिनों कई जगह पर कटावरोधी कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है. बाढ़ से पूर्व तैयारी को लेकर जिला अधिकारी लगातार निर्देश दे रहे हैं. ऐसे में चल रहे तटबंध मरम्मत के कार्य का जायजा लेने के लिए एसडीएम प्रीति कुमारी विभिन्न स्थलों का जायजा लिया. इसके साथ ही बाढ़ नियंत्रण पदाधिकारियों को कई दिशा निर्देश दिए. बाढ़ से 8 पंचायत प्रभावित होते हैं जहां पर बाढ़ आने पर सैकड़ों घर बेघर हो जाते हैं. तकरीबन 60 हजार बाढ़ पीड़ित हैं जिनका सरकारी फाइलों में नाम दर्ज है.
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तटबंध मरम्मती कार्य शुरू:बहरहाल बाढ़ से पूर्व तैयारियां युद्ध स्तर पर चल रही है. धनरूआ के 8 पंचायतों में तटबंध मरम्मती को लेकर कटावरोधी कार्य चल रहे हैं. ऐसे में गुरुवार को एसडीएम प्रीति कुमारी ने कटावरोधी कार्य का जायजा लेने के लिए भखरी और जमालपुर गांव में निरीक्षण किया. इसके अलावा बाढ़ नियंत्रण के एसक्यूटीव इंजीनियर एवं एसडीओ को कई तरह के दिशा निर्देश दिए. बताया जा रहा है कि धनरूआ प्रखंड में दरधा नदी, कररूआ नदी, भूतही नदी में बाढ़ आती है और क्यों गांव जलमग्न हो जाते हैं.
बाढ़ के लिए जियो बैग की पीचिंग: एसडीएम ने कई आवश्यक दिशा निर्देश देते हुए कई टीम बनाए गए हैं. इसके अलावा तटबंध पर हर 1 किलोमीटर पर एक मानव बल और 10 किलोमीटर पर कनीय अभियंता की तैनाती होगी. वहीं बाढ़ आने पर अनुमंडल कार्यालय को कंट्रोल रूम बनाया जाएगा. धनरूआ प्रखंड के वीर के इमलिया मोड़, सतपरसा, भखरी, जमालपुर, अरमल, सिराधीपर,कुशवन, आदि कई गांव बाढ़ आने पर तटबंध टूट जाते हैं. जिसको लेकर तटबंध की सुरक्षा को लेकर जियो बैग की पीचिंग की जा रही है.
"बाढ़ के खतरे से निपटने के लिए कटावरोधी कार्य युद्ध स्तर पर चल रहे हैं। जगह-जगह पर जायजा लिया जा रहा है और कई दिशा निर्देश भी दिया गया है. भखरी, जमालपुर में तटबंध टूटने का ज्यादा खतरा बना रहता है इसलिए गंभीरता पूर्वक कार्य कराया जा रहा है."- प्रिती कुमारी, एसडीएम, मसौढ़ी