पटना: आज कार्तिक माह का अष्टमी है. गंगा घाटों पर सुबह से ही श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है. दिन-ब-दिन लोगों की भीड़ बढ़ती जा रही है. महिलाएं अलखनाथ घाट पर गंगा स्नान कर पूजा-पाठ कर रही हैं. यहां भजन कीर्तन का भी आयोजन किया गया है. पूरा माहौल भक्तिमय हो गया है.
पटना: कार्तिक अष्टमी को पुण्य स्नान के लिए गंगा तट पर उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़ - भजन कीर्तन
कार्तिक माह के अष्टमी के दिन सुबह से ही घाटों पर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है. उत्तरायण गंगा के तट पर गंगा स्नान का इस महीने काफी महत्व होता है. धार्मिक ग्रंथों के अनुसार इस महीने को चतुर्दिक मास भी कहा जाता है. जो आषाढ़ महीने के अमावस्या से शुरू होकर कार्तिक की पूर्णिमा के दिन समाप्त होता है.
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हिन्दू धर्म में कार्तिक महीने का बहुत महत्व होता है. शरद पूर्णिमा की समाप्ति होते ही कल्पवास मेला की शुरुआत हो जाती है, जिसे कार्तिक स्नान भी कहा जाता है. कार्तिक माह के पहले दिन से लेकर पूर्णिमा तक अनवरत गंगा स्नान और पूजा-पाठ का दौर जारी रहता है.
कार्तिक माह में देवी-देवताओं का पृथ्वी पर होता है पदार्पण
धार्मिक ग्रंथों के अनुसार 12 माह में कार्तिक माह को सबसे पवित्र महीना माना जाता है. इस महीने को चतुर्दिक मास भी कहा जाता है. इस महीने में सारे देवी-देवताओं का पृथ्वी पर पदार्पण हो जाता है. मतलब एक महीने तक लगातार वे पृथ्वी पर रहते हैं. कई महिलाएं लगातार एक महीने तक गंगा स्नान कर पूजा पाठ करती हैं.