पटना: बाढ़ अनुमंडल के सुप्रसिद्ध सीधी घाट के बाल शनिधाम मंदिर में शनिवार को भक्तों की लंबी कतार देखी गई. भगवान के दर्शन के लिए भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी. खासकर महिला भक्तों की अच्छी खासी भीड़ मंदिर में देखने को मिली. वहीं, स्थानीय पूजा सामाग्री और फल-फूल की दुकानों में भी काफी चहल-पहल रही. शनिवार को बाल शनिधाम मंदिर परिसर के प्रशासन की ओर से विशेष सुरक्षा और कड़ी व्यवस्था की जाती है.
पटना: बाढ़ के शनिधाम मंदिर में उमड़ूी भक्तों की भारी भीड़, रोचक है इसकी कथा
बताया जाता है कि नागा बाबा को सपना आया था कि शनि भगवान की मूर्ति शिंगनापुर नामक स्थान पर है. वहां से बाढ़ के तीन लोगों ने ही मूर्ति लाकर सीधे घाट में स्थापित किया. नागा बाबा के अनुसार शनि भगवान न्याय के देवता है.
भगवान शनि के बाल रूप का पूजन-दर्शन
सुप्रसिद्ध सीधी घाट में पहले भगवान शिव का मंदिर हुआ करता था. शिवजी मुनि उदासीन उर्फ नागा बाबा ने सन 2008 में बाल शनिधाम मंदिर की स्थापना की थी. जहां शनि भगवान के बाल रूप का पूजन-दर्शन किया जाता है. मंदिर में शनि भगवान का प्रत्यक्ष दर्शन न होकर यहां भगवान का छाया दर्शन होता है.
कुछ यूं हुई भगवान की बाढ़ में स्थापना
बताया जाता है कि नागा बाबा को सपना आया था कि शनि भगवान की मूर्ति शिंगनापुर नामक स्थान पर है. वहां से बाढ़ के तीन लोगों ने ही मूर्ति लाकर सीधे घाट में स्थापित किया. नागा बाबा के अनुसार शनि भगवान न्याय के देवता है. भगवान शिव ने शनि महाराज को न्याय के पद पर प्रतिष्ठित किया गया है. जिसके कारण हम जो अच्छे या बुरे कर्म करते हैं. उसका क्या न्याय और दंड होना है यह शनि भगवान तय करते हैं.