पटना: जिले के बाढ़ में शरद पूर्णिमा की समाप्ति होते ही कल्पवास मेले की शुरुआत हो जाती है. जिसे कार्तिक स्नान भी कहा जाता है. कार्तिक माह के पहले दिन से लेकर पूर्णिमा तक अनवरत गंगा स्नान और पूजा-पाठ का दौर जारी रहता है. धार्मिक ग्रंथों के अनुसार कार्तिक माह को सबसे पवित्र महीना माना गया है. इस महीने में सभी देवी-देवता पृथ्वी पर उतर आते हैं. इसे त्योहार का महीना भी कहा जाता है.
पटनाः एकादशी पर गंगा स्नान के लिए उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़
बाढ़ के उमा नाथधाम और अलखनाथ धाम के घाट पर उत्तरायण गंगा बहती है. उत्तरायण गंगा घाट पर स्नान का खास महत्व है. यहां आस-पास के इलाके के लोगों के अलावा पूरे बिहार और दूसरे राज्यों से भी भक्त पहुंचते है.
गुरुवार को होगी एकादशी
कार्तिक माह के दसवीं के उपरांत एकादशी को गंगा स्नान के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है. जैसे-जैसे कार्तिक पूर्णिमा नजदीक आ रही है, श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ती जा रही है. बाढ़ के अलखनाथ घाट पर गंगा स्नान कर पूजा करने के लिए दूर-दराज से महिलाएं पहुंच रहीं हैं. दशमी गुरुवार को 11 बजे तक है, उसके बाद एकादशी का प्रवेश हो जाएगा.
इस घाट पर स्नान का है खास महत्व
बाढ़ के उमानाथ धाम और अलखनाथ धाम के घाट पर उत्तरायण गंगा बहती है. उत्तरायण गंगा घाट पर स्नान का खास महत्व है. यहां आस-पास के इलाके के लोगों के अलावा पूरे बिहार और दूसरे राज्यों से भी भक्त पहुंचते है. इन घाटों पर पूजा सामग्रियों की दुकानें भी लगाई गई हैं.