पटना: 25 फरवरी को बिहार सरकार अपना बजट पेश करेगी. चुनावी साल होने के कारण इस बार का बजट लोकलुभावन होने की उम्मीद है. बिहार के बजट का आकार साल-दर-साल बड़ा होता जा रहा है. बिहार सरकार ने 2019-20 में 2 लाख करोड़ से ज्यादा का बजट पेश किया. वहीं, इस साल भी इसके आकार में और वृद्धि होने की संभावना है.
साल 2005 में जहां बिहार का बजट 23,885 करोड़ रुपये का था, वहीं 2019-20 का बिहार का बजट 9 गुना बढ़कर 2 लाख 501 करोड़ रुपये का हो गया. पिछले 15 सालों में बिहार सरकार ने विकास के कई कार्य किये. बिहार के विकास के लिये नीतीश सरकार शिक्षा, स्वास्थ्य जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में विकास के लिये लगातार ज्यादा से ज्यादा धनराशि आवंटित कर रही है.
पिछले 5 सालों के बजट में अलग-अलग विभागों को आवंटित की गई राशि पर आइये डालते हैं एक नजर:
पिछले पांच साल के बजट के लिए सांख्यिकीय डेटा की रूपरेखा:
कुल व्यय:सरकार द्वारा पेश किये गये बजट का कुल आकार ही कुल व्यय होता है, यानी सरकार एक वित्तीय वर्ष में विकास के लिये अलग-अलग योजनाओं पर कितान खर्च करने का अनुमान लगा रही है.
उदाहरण: वित्त वर्ष 2019-20 के लिये सरकार ने 2,00,501.01 करोड़ का बजट पेश किया. ये राशि ही कुल व्यय है.
(2)कुल प्राप्तियां: एक वित्त वर्ष में अलग-अलग मदों से सरकार द्वारा प्राप्त की जाने वाली अनुमानित कुल राशि ही कुल प्राप्तियां होती है. इसमें राज्य का अपना राजस्व, केंद्र के तरफ से राज्य को मिलने वाला कर इत्यादी शामिल होता है.
उदाहरण: वित्त वर्ष 2019-20 के लिये सरकार ने 2,01,584.76 करोड़ रुपये की राशि अलग-अलग मदों से मिलने का लक्ष्य रखा है.