पटना: जल जीवन हरियाली मिशन में सीएम नीतीश कुमार ने पूरी ताकत झोंक दी है. आगामी 19 जनवरी 2020 को इसके लिए वे मानव श्रृंखला भी बनाने वाले हैं. दावा किया जा रहा है कि यह श्रृंखला नशा मुक्ति और दहेज उन्मूलन के पिछले रिकॉर्ड तोड़ देगी. जल जीवन हरियाली अभियान पर 3 साल में 24,000 करोड़ से अधिक खर्च करने वाली है.
बता दें कि19 जनवरी 2020 को दिन के साढ़े 11 से 12 बजे के बीच आधे घंटे तक जल जीवन हरियाली, नशा मुक्ति और दहेज उन्मूलन के लिए लोग एक-दूसरे का हाथ पकड़कर 16,200 किलोमीटर लंबी श्रृंखला तैयार करेंगे. सरकार ने यह भी तय कर दिया है कि किस जिले में कितनी लंबाई की मानव श्रृंखला तैयार की जाएगी.
प्रदेशभर में तैयार की जाएगी मानव श्रृंखला:
- पूर्वी चंपारण में 648 किलोमीटर
- पश्चिम चंपारण में 648 किलोमीटर
- समस्तीपुर में 732 किलोमीटर
- पटना में 696 किलोमीटर
- भोजपुर में 420 किलोमीटर
- नालंदा में 504 किलोमीटर
- रोहतास में 504 किलोमीटर
- बक्सर में 336 किलोमीटर
- गया में 516 किलोमीटर
- जमुई में 408 किलोमीटर
- बेगूसराय में 324 किलोमीटर
- औरंगाबाद में 468 किलोमीटर
- सिवान में 348 किलोमीटर
- सारण में 576 किलोमीटर
- पूर्णिया में 468 किलोमीटर
- वैशाली में 420 किलोमीटर
- सीतामढ़ी में 564 किलोमीटर
- मधुबनी में 493 किलोमीटर
- दरभंगा में 444 किलोमीटर
- सुपौल में 384 किलोमीटर
- सहरसा में 240 किलोमीटर
- शेखपुरा में 144 किलोमीटर
- जहानाबाद में 192 किलोमीटर
- अरवल में 156 किलोमीटर
- मुंगेर 240 किलोमीटर
- लखीसराय 276 किलोमीटर की मानव श्रृंखला बनेगी.
जिलों में तैयार किए जा रहे विशेष रूट
मानव श्रृंखला के लिए जिलों में एसपी और डीएम को विशेष रूट तय करना है ताकि परेशानी ना हो. पूरे मानव श्रृंखला पर मुख्यमंत्री की नजर होगी लेकिन शिक्षा विभाग पूरे कार्यक्रम को संचालित करेगा. हालांकि, पहले 21 जनवरी को मानव श्रृंखला बनाने की घोषणा की गई थी. लेकिन, मंगलवार होने के कारण मुख्यमंत्री ने इसे 19 जनवरी के दिन करने का फैसला लिया.