पटना:बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव (Deputy CM Tejashwi Yadav) इसी महीने 30 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करेंगे. तेजस्वी बिहार का प्रतिनिधित्व करेंगे, क्योंकि बिहार के सीएम नीतीश कुमार मौजूद नहीं रहेंगे. पीएम केंद्र प्रायोजित योजना नमामि गंगे के एक हिस्से का उद्घाटन करने के लिए कोलकाता में होंगे. पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी भी नेताजी सुभाष गोदी में भारतीय नौसेना के बेस पर मौजूद रहेंगी.
ये भी पढ़ें-पूर्वी क्षेत्रीय परिषद की बैठक: गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में राष्ट्रीय गाद नीति पर हुई चर्चा
तेजस्वी यादव पीएम नरेंद्र मोदी से मुलाकात करेंगे:जब आरजेडी चीफ लालू प्रसाद ने सिंगापुर में किडनी ट्रांसप्लांट कराया था तो पीएम मोदी ने तेजस्वी को फोन किया था और लालू के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली. पिछली बार तेजस्वी ने पीएम मोदी से तब मुलाकात की थी, जब वे जुलाई 2022 में बिहार विधानमंडल भवन के एक साल के समापन शताब्दी समारोह में शामिल होने बिहार आए थे. उस समय तेजस्वी बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष थे, जबकि अब बिहार के डिप्टी सीएम हैं.
नमामि गंगे योजना क्या है?:सरकार ने गंगा नदी के प्रदूषण को समाप्त करने और नदी को पुनर्जीवित करने के लिए ‘नमामि गंगे’ नामक एक एकीकृत गंगा संरक्षण मिशन का शुभारंभ किया था. नमामि गंगे प्रोजेक्ट की 231 योजनाओं में गंगोत्री से शुरू होकर हरिद्वार, कानपुर, इलाहाबद, बनारस, गाजीपुर, बलिया, बिहार में 4 और बंगाल में 6 जगहों पर पुराने घाटों का जीर्णोद्धार, नए घाट, चेंजिंग रूम, शौचालय, बैठने की जगह, सीवेज ट्रीटमेंट प्लान्ट, आक्सीडेशन प्लान्ट बायोरेमेडेशन प्रक्रिया से पानी के शोधन का काम किया जाएगा.
गंगा की कुल लम्बाई 2525 किलोमीटर की है. गंगा का बेसिन 1.6 मिलियन वर्ग किलोमीटर का है. 468.7 बिलियन मीट्रिक पानी साल भर में प्रवाहित होता है, जो देश के कुल जल श्रोत का 25.2 प्रतिशत भाग है. इसके बेसिन में 45 करोड़ की आबादी बसती है. साथ ही गंगा पांच राज्यों से होकर गुजरती है. इसे राष्ट्रीय नदी भले ही घोषित किया गया हो पर यह राज्यों की मर्जी से ही बहती है.
संयुक्त राष्ट्र जैव विविधता सम्मेलन (सीओपी15) के दौरान पिछले दिनों जारी एक रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत की पवित्र नदी गंगा के मैदानी हिस्सों की सेहत सुधारने के उद्देश्य वाली परियोजना दुनियाभर की उन 10 'बड़ी महत्त्वपूर्ण' पहलों में से एक है. जिसे संयुक्त राष्ट्र ने प्राकृतिक दुनिया को बहाल करने में उनकी भूमिका के लिए पहचाना है.
ये भी पढ़ें: प्रशांत किशोर ने नीतीश कुमार से कहा- 3 साल बाद क्यों, अभी तेजस्वी को सौंप दीजिए कुर्सी