पटना: बिहार सरकार कीआपदा प्रबंधन विभाग की मंत्री सह उप मुख्यमंत्री रेणु देवी (Deputy CM Renu Devi) ने बाढ़ की स्थिति को लेकर बैठक की. इस दौरान उन्होंने बताया कि बीते सप्ताह में नेपाल में स्थित गंडक नदी के जल ग्रहण क्षेत्र में बिहार में अधिक बारिश होने के कारण वाल्मीकि नगर गंडक बराज पर नदी का जलस्तर बढ़ गया था.
इस वजह से गंडक नदी में पानी भरने से बिहार के 4 जिले पूर्वी चंपारण, पश्चिम चंपारण, गोपालगंज और सारण के निचले इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हुई है. 4 जिलों में कुल 15 प्रखंडों के निचले इलाके आंशिक रूप से बाढ़ से प्रभावित हुए हैं. पश्चिम चंपारण जिले के 2 प्रखंड, बगहा के 2, पूर्वी चंपारण के 4 प्रखंड, गोपालगंज के 6 प्रखंड और सारण जिले के 3 प्रखंड शामिल हैं.
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बाढ़ से निपटने की तैयारी
आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा मिली सूचना के मुताबिक बाढ़ से निपटने के लिए पश्चिम चंपारण में राहत एवं बचाव कार्य के लिए एनडीआरएफ की दो टीमें तैनात की गई हैं. गोपालगंज जिले में एनडीआरएफ की एक टीम और एसडीआरएफ की एक टीम और सारण जिले में एसडीआरएफ की एक टीम की तैनाती की गई है.
जिला प्रशासन की ओर से बाढ़ से प्रभावित लगभग 8500 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है. जिसमें 35 नावों का परिचालन किया जा रहा है. वर्तमान में गोपालगंज जिले में एक सामुदायिक रसोई का संचालन किया जा रहा है, जिसमें 1900 लोगों को भोजन कराया जा रहा है. बाढ़ की वजह से अब तक एक भी जानमाल के नुकसान की सूचना नहीं है.