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पटना: जनता दरबार में पैक्स का कारनामा सुन डिप्टी CM अचंभित, दिए जांच के आदेश

गोपालगंज के चौराओ पैक्स का नया कारनामा सामने आया है. राज्य के डिप्टी सीएम ने मामले में जांच के आदेश दिए हैं. आरोप है कि कई किसानों के करोड़ों रुपये पैक्स डकार गया है.

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जनता दरबार में सामने आया पैक्स का कारनामा

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Published : Jan 12, 2021, 3:44 PM IST

पटना: धान खरीद में फिस्सडी गोपालगंज जिला के चौराओ पैक्स का एक नया कारनामा सामने आया है. जिसे सुन डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद भी अचंभित रह गए. मामले में उन्होंने जांच के आदेश दिए हैं.

पैक्स के कारनामे से डिप्टी सीएम अचंभित
गोपालगंज जिले के चौराओं पैक्स में हुई धांधली की शिकायत लेकर एक शख्स पटना पहुंचा. उपमुख्यमंत्री के जनता दरबार में पहुंचे शिकायत कर्ता भीम कुमार ने बताया कि चौराओ पैक्स में किसानों से यह कहकर पैसा जमा कराया गया है कि जब जरूरत होगी तब पैसा निकाल सकते हैं. लिहाजा इलाके के कई किसानों ने करोड़ों रुपये पैक्स में जमा कर दिए. अब पैक्स पैसे देने को तैयार नहीं है. मामला सुनने के बाद तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि जांच के बाद कार्रवाई होगी.

जनता दरबार में सामने आया पैक्स का कारनामा

''चौराओ पैक्स में 1750 किसानों की जमा राशि को पैक्स द्वारा गबन कर लिया गया है. इसमें पैक्स के प्रबंधक और अध्यक्ष की मिलीभगत है. 2008 से ही किसानों से पैसा जमा करवाया जाता था. किसानों को पैसा जमा कराने को लेकर DCO द्वारा प्रलोभन भी दिया जाता था.अधिकारियों की तरफ से कहा जाता था कि जब आप लोगों को पैसे की जरुरत होगी तब पैसा मिल जायेगा. चार गांव के किसान इस पैक्स में पैसा जमा किये हैं''.भीम कुमार, शिकायत कर्ता

''अभी तक ढाई करोड़ रुपये से अधिक पैसा इस पैक्स में जमा हो चुका है. यह मामला चौराओ पैक्स का ही नहीं है बल्की गोपालगंज जिले में हर पैक्स में इस तरह का खेल चल रहा है. मेरा भी इस पैक्स में आठ लाख रूपये और मेरे रिश्तेदार का 4 लाख रूपये जमा है. प्रबंधक और अध्यक्ष के तरफ से कहा गया था कि जो सुविधा बैंकों में आप लोगों को मिलती है .वह सुविधा इस पैक्स में भी मिलेगी. इस मामले को लेकर हमने अपने जिला में कई अधिकारियों से भी मिले लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई. तब जाकर हम उपमुख्यमंत्री के पास इंसाफ के लिए आए हैं''.-भीम कुमार, शिकायत कर्ता

''मैं इस तरह के धांधली को लेकर अचंभित हुं और हमें भी ताज्जुब भी हुआ. इस तरह का खेल भी हो सकता है. पैक्स का कृषि उपज अनाज की खरीद करने की होती है. उसे उन्हें खरीदना होता है. उन्हें बैंक की तरह पैसा जमा करना नहीं होता है. जब इस तरह के मामले सामने आए हैं तो हमने संबंधित पदाधिकारियों से बात की गई है और उन्हें जल्द इस मामले को देखने को कहा गया है. पैसे के मामले को लेकर जो आरबीआई की विंग है. उन्हें भी मैं सूचित करुंगा''.तार किशोर प्रसाद, डिप्टी सीएम

अब देखने वाली बात यह होगी कि युवक की इस शिकायत पर सरकार कब तक करवाई करती है और यह युवक को इंसाफ कब तक मिलता है.

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