पटना:पिछले कुछ दिनों सेराजधानी पटना में डेंगूके मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है. पाटलिपुत्र, बांकीपुर, कंकड़बाग, पटना सिटी, फुलवारीशरीफ, कुम्हरार और शास्त्री नगर जैसे इलाके डेंगू के हॉटस्पॉट बने हुए हैं. पटना में बढ़ते डेंगू के मामले को देखते हुए नगर निगम डेंगू के प्रति लोगों को जागरूक कर रहा है. इसके साथ ही डेंगू प्रभावित घरों में अपनी मौजूदगी में विशेष रूप से फॉगिंग और एंटी लार्वा का छिड़काव कर रहे हैं. वेरिएबल मैसेजिंग डिस्प्ले, डीएमडी और पीएस सिस्टम के माध्यम से भी लोगों को जागरूक किया जा रहा है.
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क्या कहते हैं चिकित्सक?:पटना के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. दिवाकर तेजस्वी ने कहा कि पटना में अमूमन हर बार सितंबर और अक्टूबर में डेंगू के मामले काफी बढ़ते हैं. यह समय डेंगू के मच्छर के पनपने के लिए अनुकूल होता है. पटना में अभी कई जगहों पर निर्माण कार्य चल रहे हैं. जिस वजह से डेंगू का मच्छर, जिसे एडिस मच्छर कहा जाता है वह पनप रहा है. पटना में डेंगू वायरस का चारों स्ट्रेन देखने को मिल रहा है लेकिन 80% मामले सिंप्टोमेटिक ट्रीटमेंट पर ठीक हो रहे हैं.
डेंगू होने पर क्या करना चाहिए?:डॉ. दिवाकर तेजस्वी कहते हैं कि लोगों को अभी के समय विशेष सतर्कता बरतने की आवश्यकता है. यदि किसी को डेंगू फीवर आ रहा है तो फीवर को अधिक चढ़ाने नहीं दें और जैसे फीवर चढ़ना शुरू होता है, पेरासिटामोल लेकर फीवर डाउन करें. 5% डेंगू के मामले में हेमरेजिक स्ट्रोक होते हैं, जिसमें नाक से ब्लड आने लगता है. शरीर पर चक्ता होने लगता है. ऐसी स्थिति में अविलंब चिकित्सीय परामर्श की आवश्यकता होती है.
"डेंगू के मामले अभी जैसे बढ़ रहे हैं. इस समय जरूरी है कि लोग अपने शरीर में लवण की कमी नहीं होने दे और इसके लिए खूब पानी पिएं. खानपान में सुपाच्य भोजन का सेवन करें और घर से बाहर निकले तो जो ओपन एरिया है, वहां मॉस्किटो रेपेलेंट लगा लें. डेंगू के मरीजों की संख्या जितनी बढ़ेगी, उतनी ही और फैलने की आशंका बढ़ जाएगी, क्योंकि कोई मच्छर डेंगू मरीज को काटकर और लोगों को डेंगू से संक्रमित करेगा. इस समय जरूरी है कि लोग अपने घर पर के आसपास कहीं भी पानी का ठहराव नहीं होने दें"- डॉ दिवाकर तेजस्वी, वरिष्ठ चिकित्सक