पटना: बैंक ऑफ बड़ौदा ने एक नई पहल की है. विजया बैंक और देना बैंक ने बैंक ऑफ बड़ौदा में विलय होकर देश का दूसरा सबसे बड़ा बैंक बनने का काम किया है.
दरअसलल दिसंबर 2018 में इन तीनों बैंको की आपस में सम्मिलित होने की बात चल रही थी. जोकि 31 मार्च 2019 को यह विलय सफल हुा. इससे बैंकों की क्षमता बढ़ने की संभावना है.
बता दें कि पटना में बैंक ऑफ बड़ौदा का क्षेत्रीय कार्यालय में संवादाता सम्मेलन बुलाया हुआ. जिसमें बैंक ऑफ बड़ौदा के महाप्रबंधक, देना बैंक के महाप्रबंधक और विजया बैंक के महाप्रबंधक ने सार्वजनिक तौर पर बैंक ऑफ बड़ौदा को आपस में मर्ज होने की घोषणा की.
सभी ग्राहक उठा सकेंगे फायदा
बैंक ऑफ बड़ौदा के महाप्रबंधक राजेंद्र कुमार ने कहा कि इस विलय से बैंकों की क्षमता बहुत बढ़ जाएगी. जितने भी ग्राहक हैं, वो तीनों बैंकों की सुविधा ले सकते हैं. साथ ही अगर किसी बैंक की अच्छी पॉलिसी को सारे ग्राहक उसका लाभ उठा सकते हैं. वहीं उन्होंने कहा कि यह बैंक देश के सार्वजनिक क्षेत्र का दूसरा सबसे बड़ा बैंक होगा.
विलय की है खासियत
इस विलय की खासियत यह है कि इसकी भौगोलिक पहुंच बढ़ेगी. देशभर में 9500 बैंक की शाखा बन जाएगी. इन तीनों बैंक का देशभर में एटीएम की संख्या 13400 है, साथ ही बैंकों में काम कर रहे कर्मचारियों की संख्या 85000 है.
ग्राहकों को मिलेगा लाभ
तीनों बैंकों के सभी ग्राहकों को लाभ मिलने की आस है. महाप्रबंधक राजेंद्र कुमार ने कहा कि 120 मिलियन से अधिक ग्राहक बेहतरीन बैंकिंग सेवा का अनुभव अब ले सकते हैं. साथ ही विदेशों में भी बैंक ऑफ बड़ौदा का लाभ उठा सकते हैं.