पटना: बिहार के अलग-अलग जिलों में वामदलों का राज्यव्यापी धरना प्रदर्शन देखने को मिला. सीपीआई, सीपीआईएम और सीपीआईएमएल के कार्यकर्ताओं ने महंगाई, बेरोजगारी, साम्प्रदायिकता और निजीकरण को लेकर एक दिवसीय धरना दिया.
जमुई, खगड़िया, गया, नवादा और बेगूसराय में वामदलों ने एक दिवसीय धरना दिया. इस धरने में काफी संख्या में वामदलों के कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया. वहीं, सरकार विरोधी नारेबाजी की गई.
जमुई में धरना प्रदर्शन
जमुई में वामदलों के कार्यकर्ताओं ने दिया भाजपा के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया. भाकपा जिला सचिव शंभू सिंह ने कहा कि पुलिस और प्रशासन झाझा विधायक भाजपा नेता रवींद्र यादव और उनके गार्ड पर एफआईआर दर्ज करे. उनके साथ निष्पक्ष कार्रवाई करे नही तो जिले में जन आंदोलन होगा.
भारी संख्या में वामदलों के कार्यकर्ताओं ने लिया हिस्सा खगड़िया में धरना प्रदर्शन
खगड़िया जिले के मुख्यालय के सामने आज वामदलों ने धरना प्रदर्शन कर सरकार के खिलाफ हल्ला बोला. बारिश और बाढ़ के विपदा के बाद जिले के कई प्रखंड बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित हुए. जिसके बाद सारे फसल डूब कर नष्ट हो गए. इस बात को ले कर भारतीय कॉमनिस्ट पार्टी और माले ने मिल कर आज खगड़िया समहारणालय के समक्ष धरना प्रदर्शन दिया. साथ ही 9 सूत्री मांगों को ले कर माले समर्थक दिन भर खगड़िया जिला अधिकारी के सामने धरने पर बैठे रहे.
गया में धरना प्रदर्शन
वहीं गया शहर में भी गिरती विधि-व्यवस्था और पत्रकार पर हुए हमला के खिलाफ भाकपा माले के कार्यकर्ताओं ने नेताओं के आक्रोश में मार्च निकाला. आक्रोश मार्च गया समाहरणालय से निकला. जो विभिन्न मार्गों से होते हुए टावर चौक पर जाकर समाप्त हुआ. आक्रोश मार्च का नेतृत्व महिला नेत्री रीता वर्णवाल कर रहीं थी.
वामदलों का एक दिवसीय धरना प्रदर्शन बेगूसराय में धरना प्रदर्शन
वहीं बेगूसराय में भी वामदलों के नेताओं ने बेगूसराय को अकाल क्षेत्र घोषित करने की मांग को लेकर समाहरणालय पर प्रदर्शन किया. जिले में बाढ़ और सुखाड़ दोनों से ही किसानों को सबसे ज्यादा नुकसान हो रही है. हर जगह बाढ़ का पानी लगा हुआ है. जिससे लोग बीमार हो रहे है. वहीं प्रशासन की ओर से इन सब इलाकों में न तो कीटनाशक दवाओं का छिड़काव किया जा रहा है. ना ही साफ-सफाई कराई जा रही है. जिसके विरोध में वामदलों के नेता समाहरणालय पर प्रदर्शन कर रहे है.
नवादा में धरना प्रदर्शन
वहीं नवादा जिले में भी विभिन्न वामदलों ने देश के गहराते आर्थिक संकट और बढ़ती जनसमस्याओं के खिलाफ बुधवार को संयुक्त रूप से प्रतिरोध मार्च निकाला. भाकपा माले के जिला कमिटी के सदस्य ने कहा कि भाजपा की सरकार समाजवाद के खिलाफ जाकर पूंजीवाद के समर्थक बने हुए है. ये डिजिटल इंडिया और बुलेट ट्रेन चलाने की बात करते है पर कई ऐसे गांव है जहां विकास की रोशनी तक नहीं पहुंची है.
सैकड़ो की संख्या में लोग मौजूद वहीं उन्होंने यह भी कहा इस वर्ष नवादा के गरीब किसानों को जो बाढ़ और सुखाड़ से नुकसान हुई है. इसके लिए सरकार उनके सारे कर्ज माफ कर अनुदान राशि दे. इस मौके पर वाम दलों के सैकड़ों लोग शामिल हुए.