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पटना में 5 सूत्री मांगों को लेकर BPSC के बाहर प्रदर्शन, नये सिरे से रिजल्ट की मांग - BPSC 67th Prelims Exam

बीपीएससी 67 वीं परीक्षा से विवाद खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. ताजा विवाद नये सिरे से अतिरिक्त छात्रों का रिजल्ट जारी किये जाने को लेकर है. इसके विरोध में बीपीएससी अभ्यार्थियों ने 5 सूत्री मांगों को लेकर प्रदर्शन किया. पढ़ें पूरी खबर..

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Published : Nov 28, 2022, 4:03 PM IST

पटनाः बीपीएससी 67 वीं परीक्षा के नोटिफिकेशन जारी होने से लेकर प्रीलिम्स के रिजल्ट (BPSC 67th Prelims Exam) आने के बाद तक यह परीक्षा लगातार विवादों के कारण सुर्खियों में बना हुआ है. एक बार फिर से सोमवार को बीपीएससी कार्यालय के बाहर काफी संख्या में अभ्यर्थी रिवाइज्ड रिजल्ट प्रकाशित करने की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन (Demonstration outside BPSC office in Patna) किया. अभ्यर्थियों का कहना है कि प्रश्न पत्र में प्रश्नों के गलत उत्तर विकल्प दिए जाने को आयोग ने स्वीकारा है और मात्र 15 अभ्यर्थियों का रिवाइज रिजल्ट जारी किया है, जबकि यह संख्या और अधिक होनी चाहिए. प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने कहा कि वह चाहते हैं कि बीपीएससी कम से कम 8000 से 10,000 अतिरिक्त रिजल्ट मेंस परीक्षा के लिए जारी करें.



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बीपीएससी के बाहर अभ्यर्थियों का प्रदर्शन

"हमलोगों की मांग है कि जल्द एक एक्सपर्ट कमेटी का गठन किया जाए. 8 से 9 की संख्या में प्रश्न गलत थे उसके नंबर को ऐड करते हुए रिवाइज रिजल्ट जारी हो और मेंस परीक्षा में सम्मिलित होने के लिए कम से कम 20,000 रिजल्ट जारी किए जाएं. हमलोग बीपीएससी में नेगेटिव मार्किंग को स्वागत करते हैं, लेकिन प्रश्न में E विकल्पको वह हटाने की मांग करते हैं. इसके अलावे पेपर लीक मामले और परीक्षा में गलत प्रश्न पूछे जाने की सीबीआई जांच होनी चाहिए. 67वीं मुख्य परीक्षा के डेट को भी एक महीना और आगे बढ़ाया जाय."- सौरव कुमार, छात्र नेता


अतिरिक्त 15 रिजल्ट को लेकर अभ्यार्थियों में नाराजगीःबीपीएससी ने अतिरिक्त 15 रिजल्ट जो जारी किए हैं, उसके लिए तर्क दिया गया है कि सभी प्रश्न पुस्तिका श्रृंखलाओं में उत्तर विकल्प E को अनुमान्य करते हुए उक्त प्रश्न का उत्तर विकल्प E अंकित करने के फल स्वरुप 1 अंक की वृद्धि होने के कारण अलग-अलग कोटियों का कटऑफ अंक प्राप्त करने वाले 15 उम्मीदवारों को 67 वीं प्रीलिम्स प्रतियोगिता परीक्षा का दुबारा सफल घोषित किया जाता है. इसी को लेकर अभ्यर्थियों में नाराजगी है.

"बीपीएससी सुधार के नाम पर सिर्फ प्रयोग कर रहा है. इससे छात्रों का भविष्य खराब हो रहा है. आयोग मोहम्मद बिन तुगलक की तरह व्यवहार कर रहा है, जो रात में सपना देखता हैं और सुबह में अमल कर देता है. यह सब छात्र हित में नहीं हो रहा है. हमारी मांग है कि आयोग अपने रवैया में सुधार करे और बार-बार प्रश्न पत्र में गलत प्रश्न पूछने की परंपरा खत्म हो. इस बार गलत प्रश्न पूछे गए हैं, जिसको आयोग ने भी माना है. इसके लिए 15 अतिरिक्त रिजल्ट जारी किया है उसको देखते हुए गलत प्रश्नों के अंक को जोड़कर कट ऑफ मार्क्स कम करते हुए 5000 से 7000 अतिरिक्त रिजल्ट मेंस परीक्षा के लिए प्रकाशित किए जाएं. इसके अलावा हमारी मांग है कि पेपर लीक मामले की सीबीआई जांच हो."-विक्रम कुमार, अभ्यर्थी, बीपीएससी



जानिए क्यों बीपीएससी 67 वीं परीक्षा विवादों में हैःसाल 2021 में बीपीएससी ने 67 वीं की वैकेंसी निकाली और इसके तहत 726 पदों पर वैकेंसी निकाली गई. यह नोटिफिकेशन साल 2021 में निकली और परीक्षा की तिथि 12 दिसंबर 2021 तय की गई लेकिन कोरोना के कारण परीक्षा 23 जनवरी 2022 को शिफ्ट हो गई, एक बार फिर 23 जनवरी की परीक्षा स्थगित हो गई और अभ्यर्थियों ने जब आंदोलन किया परीक्षा की तिथि आगे बढ़ी. 8 मई 2022 को प्रीलिम्स परीक्षा की तिथि तय की गई और 8 मई को ही परीक्षा हुई. इस परीक्षा में प्रश्न पेपर वायरल हो गया.

आंदोलन के बाद रद्द हुई परीक्षाःअभ्यर्थियों ने आंदोलन के बाद परीक्षा रद्द हुआ. दुबारा से परीक्षा 21 सितंबर को आयोजित की जाने की घोषणा की गई, इस समय यूपीएससी की परीक्षा चलने के कारण अभ्यर्थियों ने तारीख बढ़ाने के लिए आंदोलन किया और आयोग ने इसकी तारीख बढ़ाई गई और 30 सितंबर को 67 वीं प्रीलिम्स की नये सिरे से परीक्षा आयोजित की गई. 17 नवंबर को परीक्षा का परिणाम जारी किया गया. इसके बाद परिणाम को लेकर के अभ्यर्थियों में आक्रोश बढ़ा, अभ्यर्थी कई प्रश्नों के गलत उत्तर प्रश्न पत्र में दिए जाने की आवाज उठाएं, आयुक्त कार्यालय के बाहर प्रदर्शन शुरू किए.

संशोधित रिजल्ट से बढ़ी नाराजगीः फिर 26 नवंबर को बीपीएससी ने इसके आधार पर संशोधित रिजल्ट जारी कर 15 और उम्मीदवारों को परीक्षा में उत्तीर्ण किया. इससे अभ्यर्थियों में और नाराजगी बढ़ गई है. अभ्यर्थियों का कहना है कि आयोग जब स्वीकार करता है कि 8 से 9 की संख्या में प्रश्न पत्र में प्रश्न गलत हेतु इसे सुधार करते हुए मात्र 15 रिजल्ट क्यों प्रकाशित किया गया है कम से कम परीक्षा में सम्मिलित 20000 अभ्यर्थियों को मेंस परीक्षा के लिए सफल घोषित किया जाए.

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