जमुई: चकाई पंचायत के सैकड़ों बीड़ी मजदूरों ने सोमवार को बीड़ी उद्योग को कोटपा संशोधन से अलग रखने की मांग को लेकर प्रखंड कार्यालय के समक्ष जोरदार प्रदर्शन किया. प्रदर्शन का नेतृत्व उपप्रमुख प्रतिनिधि अमित कुमार तिवारी कर रहे थे. उनके नेतृत्व में बड़ी संख्या में पुरुष एवं महिला बीड़ी मजदूर बीड़ी मजदूर सभा के बैनर के साथ प्रखंड कार्यालय पहुंचकर प्रदर्शन किया.
बीड़ी मजदूरों ने किया प्रदर्शन ये भी पढ़ें- SDO की हनक! होमगार्ड के हाथ 'साहब' का अत्याधुनिक हथियार, सवाल पूछने पर कहा- बंद करो कैमरा
उद्योग हो जाएगा बुरी तरह प्रभावित
इस अवसर पर बीड़ी मजदूर को संबोधित करते हुए अमित कुमार तिवारी ने कहा कि इस क्षेत्र में बड़ी संख्या में लोग बीड़ी उद्योग से जुड़े हुए हैं. केंद्र सरकार द्वारा कोटपा 2003 कानून में प्रस्तावित संशोधन से यह उद्योग बुरी तरह प्रभावित हो जाएगा. जिससे बीड़ी मजदूरों के समक्ष रोजगार की समस्या उत्पन्न हो जायेगी. बड़ी संख्या में यहां के लोग बीड़ी उद्योग से जुड़े हुए हैं. और बीड़ी बनाकर किसी तरह अपने परिवार का भरण पोषण करते हैं. कोटपा कानून में प्रस्तावित संशोधन से बीड़ी मजदूर काफी चिंतित हैं. उन्होंने मजदुरो के हित में कोटपा के प्रस्तावित संशोधन से बीड़ी उद्योग को अलग रखने की मांग सरकार से की.
सैकड़ों बीड़ी मजदूर थे मौजूद
बाद में बीड़ी मजदूरों के प्रतिनिधि मंडल द्वारा श्रम मंत्रालय भारत सरकार के नाम संबोधित एक आवेदन बीडीओ की अनुपस्थिति में बीपीआरओ बबुआ पासवान को सौंपा गया. उन्होंने बीड़ी मजदूरों का रोजगार छिनने से बचाने की मांग की. इस मौके पर मंटू उपाध्याय, नजमा खातून, नाजनी खातून, सादो खातून, शहनाज खातून, हसीना खातून, जुलेखा खातून, संजना खातून सहित सैकड़ों बीड़ी मजदूर मौजूद थे.