बिहार

bihar

ETV Bharat / state

Bihar Politics: 'बिहार के सभी जिलों को सूखाग्रस्त घोषित कर किसानों को आर्थिक सहायता दे सरकार'- बीजेपी - भाजपा के विधान पार्षद अनिल शर्मा

बिहार में अनुमान से कम बारिश हुई है. सुखाड़ की स्थिति बनी हुई है. राज्य सरकार इस स्थिति से निपटने के लिए किसानों को डीजल अनुदान देने की घोषणा की है. लेकिन, इस बीच भाजपा ने बिहार के सभी जिलों को सुखाड़ घोषित किये जाने की मांग की है. पढ़ें, पूरी खबर.

अनिल शर्मा, विधान पार्षद, भाजपा
अनिल शर्मा, विधान पार्षद, भाजपा

By

Published : Jul 31, 2023, 3:26 PM IST

अनिल शर्मा, विधान पार्षद, भाजपा.

पटना: भाजपा के विधान पार्षद अनिल शर्मा ने बिहार के सभी जिलों को सुखाड़ घोषित किये जाने की मांग राज्य सरकार से की है. साथ ही उन्होंने कहा कि सर्वदलीय बैठक बुलाकर राज्य सरकार यह निर्णय ले कि किसानों को किस तरह से आर्थिक सहायता दी जा सकती है. उन्होंने कहा कि जरूरत है कि किसानों को अधिक से अधिक आर्थिक सहायता की जाए.

इसे भी पढ़ेंः बिहार में सुखाड़ पर बोले मंत्री मदन सहनी- किसानों को हर संभव मदद देगी सरकार

"किसानों को फसल का अनुदान दिया जाए क्योंकि बिहार में अधिकांश किसान वैसे हैं जो धान की खेती पर ही आश्रित होते हैं. धान की फसल अच्छी होती है तो उससे ही परिवार का भरण पोषण करते हैं और पारिवारिक कार्य करते हैं."- अनिल शर्मा, विधान पार्षद, भाजपा

डीजल अनुदान पर श्वेत पत्र जारी करे सरकारः अनिल शर्मा ने कहा कि बिहार में डीजल अनुदान को लेकर लोग आवेदन तो कर रहे हैं लेकिन सरकारी तंत्र ठीक ढंग से काम नहीं कर रहा है. हमें नहीं लगता है कि जो असली किसान है उन्हें डीजल अनुदान की राशि मिल पा रही है. निश्चित तौर पर इसको लेकर भी राज्य सरकार को श्वेत पत्र जारी करनी चाहिए कि पिछले साल जो डीजल अनुदान की राशि किसानों को दी गई थी वह किन-किन जिलों में किन-किन किसानों को दी गई थी सब कुछ साफ हो जाएगा.

डीजल अनुदान की राशि में बंदरबांटः भाजपा के विधान पार्षद ने आरोप लगाया कि अभी भी डीजल अनुदान के लिए आवेदन किये जा रहे हैं लेकिन हमें लगता है कि जिस तरह से इस अनुदान को लेकर बंदरबांट चल रहा है वो कहीं से भी ठीक नहीं है. उन्होंने कहा कि जो स्थिति लग रही है उससे साफ अनुमान लगाया जा सकता है कि जिस किसान को डीजल अनुदान की राशि की जरूरत है उन तक वह राशि नहीं पहुंचेगी.

ABOUT THE AUTHOR

...view details