पटना: बिहार कंप्यूटर शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन के महासचिव विनोद कुमार सिन्हा ने 1832 छंटनी ग्रस्त कंप्यूटर शिक्षकों की पुणे बहाली कराने के लिए सरकार से मांग की है. इस बात को लेकर एसोसिएशन की ओर से मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री को पत्र भी दिया गया है. बता दें कि 1832 कंप्यूटर शिक्षकों की बहाली 2008, 2010, 2012 में बिहार सरकार के उपक्रम बेल्ट्रॉन और बिहार आधारभूत संरचना विकास निगम के आउटसोर्सिंग एजेंसियों से हुई थी.
सभी को 5 सितंबर शिक्षक दिवस 2017 को सेवा से बाहर कर दिया गया. सेवा के दौरान सामान्य शिक्षक के सभी कार्य सरकार द्वारा करवाए गए जैसे पढ़ाने के अलावा विद्यालय संबंधित ऑनलाइन कार्य, बोर्ड और इंटर के परीक्षार्थियों की रजिस्ट्रेशन फॉर्म भरना, चुनाव कार्य, कॉपी जांच कार्य, जनगणना कार्य, वीक्षण कार्य और अन्य कार्य भी सम्मिलित है.
विनोद कुमार सिन्हा, महासचिव, बिहार कंप्यूटर शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन ऑनलाइन वर्ग संचालन को कर सकते हैं सफलतापूर्वक संपादित
बिहार कंप्यूटर शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन महासचिव विनोद कुमार सिन्हा ने कहा कि वह पूरी तरह से अभी महामारी के समय में बिहार सरकार के साथ है. महामारी के कारण प्रदेश में लॉकडाउन है. इस कारण सभी माध्यमिक और उच्च माध्यमिक विद्यालय बंद हैं. जिससे बिहार के छात्र-छात्राओं की पढ़ाई बाधित हो रही है. उन्होंने कहा कि हम 1832 कंप्यूटर शिक्षक ऑनलाइन वर्ग संचालन को सफलतापूर्वक संपादित कर सकते हैं. उस वर्ग संचालन का प्रसारण को विद्यार्थी जब चाहे तब देख सकते हैं.
बिहार सरकार के साथ कदम से कदम मिलाकर चलने को तैयार
साथ ही उन्होंने कहा कि चूंकि तत्काल हम कंप्यूटर शिक्षक किसी सेवा में बहाल नहीं है. जिसके कारण हम बिहार सरकार की कोई आर्थिक मदद करने में असमर्थ हैं. परंतु हम सभी इस आपातकालीन स्थिति में बिहार की जनता को निःशुल्क शरीरिक श्रमदान करके मदद करना चाहते हैं. संघ के महासचिव विनोद कुमार सिन्हा ने कहा कि बिहार के सभी कंप्यूटर शिक्षक बिहार सरकार के साथ कदम से कदम मिलाकर चलने को तैयार हैं. अगर बिहार सरकार चाहे तो ऑनलाइन क्लासेस के अलावा किसी भी प्रकार की सेवा हम कंप्यूटर शिक्षकों से लेना चाहती है, तो हम इसके लिए निःशुल्क सहर्ष तैयार है.