पटना:बिहार कोरोना संकट से जूझ रहा है. पूरी मशीनरी संकट से उबरने के लिए लड़ाई लड़ रही है. संकटकाल में बोर्ड निगम आयोग और 20 सूत्री जैसे संस्थाओं के गठन को लेकर मांग उठने लगी है. भाजपा और सहयोगी दलों के ओर से नीतीश सरकार पर दबाव है कि जल्द संस्थाओं को अस्तित्व में लाया जाए ताकि कोरोना के खिलाफ लड़ाई को धार दी जा सके.
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20 सूत्री समितिके गठन की मांग
आपको बता दें कि भाजपा की ओर से लंबे समय से यह मांग उठ रही थी कि 20 सूत्री समिति के गठन को शीघ्र किया जाए साथ ही बोर्ड निगम आयोग को लेकर भी भाजपा गंभीर है. पार्टी शीघ्र गठन को मूर्त रूप देना चाहती है. राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के घटक दल भी चाहते हैं कि सरकार जल्द संस्थाओं को अस्तित्व में लाए.
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नीतीश सरकार पर दबाव बढ़ा
भाजपा नेता और एनडीए के उप नेता नवल किशोर यादव का कहना है कि सरकार गठन को लेकर गंभीर है और नीतीश कुमार को लगेगा की संस्थाओं के गठन को अंतिम रूप देना चाहिए तो सरकार शीघ्र ही गठन को मंजूरी देगी. हम पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता दानिश रिजवान ने कहा है कि बोर्ड निगम आयोग और 20 सूत्री के गठन को लेकर सरकार गंभीर है और आने वाले कुछ दिनों में गठन को अंतिम रूप दे दिया जाएगा सरकार इस पर काम कर रही है.
वहीं वरिष्ठ पत्रकार कौशलेंद्र प्रियदर्शी का मानना है कि संकटकाल में संस्थाओं का अस्तित्व में होना जरूरी है. कोरोना से लड़ाई में संस्थाओं की भूमिका भी अहम होती है और जब भी विपत्ति और संकट आए हैं तो अलग-अलग संस्था अपनी तरह से भूमिका निभाते हैं. सरकार पर भी भाजपा का दबाव है और संभव है कि आने वाले कुछ दिनों में सरकार संस्थाओं के गठन को लेकर अंतिम फैसला ले.