पटना:प्राइवेट स्कूल एंड चिल्ड्रन वेलफेयर एसोसिएशन ने सरकार से बिहार में शिक्षा विभाग (Education Department Bihar) के ई संबंधन पोर्टल पर आवेदन की अंतिम तिथि बढ़ाने की मांग की है. ई संबंधन पोर्टल पर ऑनलाइन प्राइवेट स्कूलों का रजिस्ट्रेशन करने के लिए अंतिम तिथि 30 सितंबर दी गई है. जबकि अभी तक प्रदेश के अधिकांश स्कूल आवेदन नहीं कर पाए हैं. ऐसे में एसोसिएशन की मांग है कि इस अंतिम तिथि को बढ़ाकर 30 दिसंबर तक किया जाए.
यह भी पढ़ें- जागिए सरकार... कोरोना के कारण 5000 निजी स्कूल हुए बंद, 25 हजार विद्यालय के 7 लाख कर्मचारियों पर रोटी का संकट
बताते चलें कि ई संबंधन पोर्टल पर आवेदन के बाद इस बात की जानकारी मिल सकेगी कि प्रदेश में विद्यालय कितने हैं. उसमें कितने स्टूडेंट पढ़ रहे हैं. उनमें से कितने छात्रों को राइट टू एजुकेशन के तहत राशि दी जानी है.
'शिक्षा विभाग ने ई संबंधन पोर्टल जुलाई में लांच किया था. जिसमें प्रदेश के सभी प्राइवेट स्कूलों को ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के लिए आवेदन करना था. आवेदन करने की आखिरी तिथि 30 सितंबर है. जुलाई और अगस्त में पोर्टल में कई तकनीकी खामियों की वजह से पोर्टल खुला ही नहीं. पोर्टल सही से ना खुलने की वजह से प्रदेश के 25000 से अधिक प्राइवेट स्कूल के संचालक परेशान रहे. इसको लेकर कई बार शिक्षा मंत्री और शिक्षा विभाग के अधिकारियों से मिला. मांग की कि जो भी तकनीकी दिक्कतें आ रही हैं, उसे दूर किया जाए. आवेदन की अंतिम तिथि को बढ़ाई जाए.'-शमायल अहमद, अध्यक्ष, प्राइवेट स्कूल एंड चिल्ड्रन एसोसिएशन
शमायल अहमद ने कहा कि इस मसले को लेकर 2 दिन पूर्व बिहार सरकार के शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार से मिले और इन समस्याओं से उन्हें अवगत कराया. उन्होंने कहा कि ई संबंधन पोर्टल के संबंध में शिक्षा विभाग की तरफ से बिहार के किसी जिले में ना हीं कोई कार्यशाला का आयोजन किया गया है और ना ही जिला स्तर पर या राज्य स्तर पर किसी प्रकार की मदद निजी विद्यालय संचालकों को प्रदान की गई है.
उन्होंने कहा कि वह शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार को इस बात से अवगत कराएं कि बिहार के किसी भी डिस्ट्रिक्ट एजुकेशन ऑफिसर और ब्लॉक एजुकेशन ऑफिसर को ई संबंधन पोर्टल के संबंध में कोई जानकारी विशेष रूप से नहीं है. कैसे स्कूल उस फॉर्म को भरेंगे और कैसे उसे अपलोड करेंगे.
निजी विद्यालय संचालकों को इसकी जानकारी नहीं है. ऐसे में इसके लिए एक वर्कशॉप कराने की जरूरत है. हर डिस्ट्रिक्ट में इस प्रकार का वर्कशॉप होना चाहिए. जिसके माध्यम से ई संबंधन के संबंध में प्राइवेट स्कूल संचालकों को जानकारी हो सके.