पटना: बिहार में महागठबंधन सरकार युवाओं को नौकरी देने के नाम पर सत्ता में आई है. युवाओं को नौकरी देने के लिए वैकेंसी तो निकाले जाते हैं लेकिन परीक्षा के दौरान ही प्रश्नपत्र लीक हो जाता है. प्रतिभावान छात्र दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर हो जाते हैं. एक बार फिर बीएसएससी परीक्षा के प्रश्नपत्र लीक हुए हैं जिसके बाद से एजेंसियों की गतिविधि को लेकर सवाल उठ रहे हैं. (Demand for cancellation of BSSC Exam) (bssc cgl question leak)
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युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़: महागठबंधन की सरकार बिहार के युवाओं को दस लाख सरकारी नौकरी देने का भरोसा दिलाया था. नीतीश सरकार की ओर से नियुक्ति पत्र बांटे जा रहे हैं. लंबे चौड़े दावे भी किए जा रहे हैं. वहीं दूसरी तरफ युवाओं को नौकरी देने वाली एजेंसियां सवालों के घेरे में है. लंबे अरसे के बाद सचिवालय सहायक के पद पर भर्ती निकाली गई और बहाली का जिम्मा बिहार कर्मचारी चयन आयोग को दिया गया. आयोग ने परीक्षा कंडक्ट भी किए लेकिन पहले दिन ही परीक्षा के प्रश्नपत्र लीक हो गए.
प्रश्नपत्र लीक की पुष्टि: मामले की गंभीरता को देखते हुए आर्थिक अपराध इकाई हरकत में आई और प्राथमिकी दर्ज की गई. धर्मेंद्र प्रसाद गुप्ता अंचलाधिकारी सुगौली जुबली स्कूल मोतिहारी में स्टैटिक मजिस्ट्रेट के पद पर तैनात हैं और उनके शिकायत पर आर्थिक अपराध इकाई ने प्राथमिकी दर्ज की है. थाना कांड संख्या 40 / 2022 के तहत धारा 420, 467 ,468, 469 और 120 बी के तहत मामला दर्ज किया गया है. आर्थिक अपराध इकाई में 2 लोगों को हिरासत में भी लिया है. जांच में प्रश्नपत्र लीक की पुष्टि हो गई है.