पटना:कोरोना के दूसरे वेव से सरकार की नींद उड़ गयी है. सभी सहम गये हैं. आम लोग भी लहर के कहर से परेशान हैं. पहले लहर के दौरान संक्रमण की रफ्तार अपेक्षाकृत धीमी थी. पहले लहर को 1 मार्च 2020 से लें तो 1 मार्च 2021 तक एक साल में 1541 मौतें हुई थीं. उसके अनुसार इस साल में सिर्फ तीन महीने में ही 1101 लोगों की मौत हो चुकी है. दूसरे वेव में संक्रमण की रफ्तार काफी तेज है. डेथ रेट भी बढ़ रहा है.
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दूसरे लहर में हर रोज मिल रहे हैं औसतन 7385 संक्रमित
कोरोना के दूसरे ने महामारी का रूप अख्तियार कर लिया है. संक्रमण इतनी तेजी से फैल रहा है कि सरकारी इंतजाम नाकाफी साबित हो रहे हैं. डराने वाली बात यह है कि इस साल तीन महीने में ही पिछले साल की तुलना में मात्र कुछ प्रतिशत ही कम मौतें हुई हैं.
संक्रमण के रफ्तार से भय में आम और खास लोग
दूसरी लहर ने सरकार को हिला कर रख दिया हैं. आम लोग भी कोरोना संक्रमण के रफ्तार से भयभीत हैं. फिलहाल बिहार में सक्रिय संक्रमित मरीजों की संख्या 1,82,000 के पार है. बिहार में 1 मई 2021 तक 4,84,110 कोरोना संक्रमित मरीज पाए गये हैं. अब तक 3,73,261 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं. राज्य में कोरोना से 2642 लोगों की मौत हो चुकी है.
चौंकाने वाले हैं आंकड़े
पिछले साल कोरोना की शुरुआत से 1 मार्च 2021 तक कुल संक्रमितों की संख्या 2,62,556 थी और 1541 लोगों की मौत हुई थी. पहले लहर के दौरान बिहार में औसतन हर रोज 720 लोग संक्रमित पाए जा रहे थे.