पटना: लॉकडाउन के बीच जिला प्रशासन नियमों के तहत सैलून खोलने की अनुमति भले ही दे दी हो. लेकिन सैलून संचालकों को राहत मिलती नजर नहीं आ रही है. प्रशासन ने ऐसे दिन तय कर दिये हैं कि लोग दुकानों में नहीं पहुंच रहे हैं.
सैलून को सप्ताह में 3 दिन खोलने की इजाजत मिली है. पहले सोमवार, बुधवार और शुक्रवार को सैलून खोलने की अनुमति दी गई थी. लेकिन फिर जिला प्रशासन ने इसमे बदलाव कर दिया और अब मंगलवार, गुरुवार और शनिवार को ही सैलून खोलने की इजाजत दी है. वहीं, दोपहर 11 बजे से शाम 4 बजे तक ही सैलून खोले जा सकते हैं.
हिंदू-रीति रिवाज के अनुसार
जिला प्रशासन के निर्देशानुसार पटना में सैलून तो खुल गए और सभी नियमों का पालन किया जा रहा है. लेकिन सैलून संचालक दिनभर ग्राहकों का इंतजार करते नजर आ रहे हैं. इसके पीछे की वजह रीति रिवाज हैं. दरअसल, जिन दिनों में सैलून खोलने की इजाजत दी गई है. हिंदू रीति-रिवाज और मान्यताओं के चलते उस दिन लोग बाल कटवाने या शेविंग कराने से बचते हैं. ऐसे में सैलून वाले अपना दर्द बयां कर रहे हैं.
गर्मी का कहर
सैलून संचालक की माने, तोसोमवार, बुधवार और शुक्रवार को जब सैलून खोलने की अनुमति मिली, तब दिन में लगभग 10 से 15 ग्राहक आ जाते थे. लेकिन अब तो बोहनी तक नहीं हो पा रही है. सैलून संचालक सुजीत कुमार ने कहा कि समय भी ऐसा निर्धारित किया गया है कि 11 से 4 बजे तक धूप तेज होती है और लोग गर्मी की वजह से अपने घरों में कैद रहना ही पसंद करते हैं.