दरभंगा:पार्सल ब्लास्ट(Darbhanga Parcel Blast) मामले के तार अब धीरे-धीरे पटना से जुड़ते नजर आ रहे हैं. मिली जानकारी के अनुसार पटना के पीरबहोर इलाके (Pirbahor Area of Patna) में एनआईए (NIA) की टीम शाम चार बजे इस मामले की जांच करने पहुंच सकती है और इस मामले को लेकर पटना पुलिस मुख्यालय में बैठकों का दौर गुरुवार की सुबह से जारी है.
ये भी पढ़ें-Darbhanga Parcel Blast: CCTV फुटेज में दिखा एक और संदिग्ध, वीडियो की जांच जारी
NIA की टीम पहुंची पटना
दरअसल इस पूरे मामले में हैदराबाद से गिरफ्तार आरोपी मोहम्मद इमरान मलिक और नासिक मलिक को बुधवार को हैदराबाद (Hyderabad) से गिरफ्तार किया गया था. मिली जानकारी के अनुसार गिरफ्तार आतंकियों ने पूरे मामले में पटना के पीरबहोर थाने से तार जुड़े होने की बातें एनआईए की टीम को बताई है. जानकारी के हिसाब से शाम 4 बजे बजे एनआईए की टीम पटना के पीरबहोर थाने पहुंच सकती है. पटना के पीरबहोर थाने में तैयारियां पूरी कर दी गई हैं. वहीं मिली जानकारी के अनुसार हैदराबाद से गिरफ्तार दोनों आतंकियों को पटना के एनआईए कोर्ट में प्रस्तुत किया जाएगा.
'दरभंगा GRP के द्वारा NIA कोर्ट में इस पूरे मामले का FIR दर्ज करवाया है. एनआईए की टीम दोनों गिरफ्तार आतंकियों को एनआईए कोर्ट में पेश करेगी'- मनोज कुमार, अधिवक्ता, एनआईए
एनआईए के अधिवक्ता का बयान ये भी पढ़ें-Darbhanga Parcel Blast: पटना जंक्शन पर सुरक्षा चौकस, GRP ने एक संदिग्ध को पकड़ा
दोनों आतंकी लश्कर ए तैयबा से जुड़े हैं
दरअसल एनआईए की टीम द्वारा अपराध स्थल का दौरा करने और महत्वपूर्ण इनपुट लेने के बाद ही हैदराबाद से इन दोनों आतंकियों को गिरफ्तार किया गया है. गिरफ्तार दोनों आतंकी लश्कर ए तैयबा से जुड़े हुए पाए गए हैं. इन्हीं आतंकियों को पेश करने एनआईए की टीम हैदराबाद से चलकर पटना एयरपोर्ट पहुंच रही है. गौरतलब है कि इस मामले को लेकर पटना पुलिस मुख्यालय में लगातार बैठकों का दौर जारी है.
ये भी पढ़ें-Darbhanga Parcel Blast : जांच के लिए आज बिहार आयेगी NIA की टीम, लखनऊ में FIR दर्ज
क्या है पूरा मामला
गौरतलब है कि 17 जून को दरभंगा रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर 1 पर कपड़े के एक पार्सल के बंडल में विस्फोट हुआ था. यह पार्सल सिकंदराबाद-दरभंगा स्पेशल एक्सप्रेस ट्रेन से दरभंगा के किसी मो. सूफियान नामक व्यक्ति के लिए बुक किया गया था. कुलियों ने इसे प्लेटफॉर्म नंबर 4 पर आई ट्रेन से उतारकर प्लेटफार्म नंबर 1 पर लाकर जैसे ही पटका उसमें विस्फोट हो गया.
धमाका होते ही हंगामा मच गया. पार्सल में लिखा नाम, पता और मोबाइल नंबर छानबीन में फर्जी निकला था. बाद में इस घटना की जांच जीआरपी, बिहार एटीएस, तेलंगाना एटीएस और यूपी एटीएस ने शुरू की. गुरुवार को इस मामले की जांच की जिम्मेवारी एनआईए को सौंप दी गई. एनआईए ने लखनऊ में इसको लेकर एफआईआर दर्ज की और उसके बाद जांच के लिए शुक्रवार को दरभंगा पहुंची.