पटना: देशभर में जारी लॉकडाउन के बाद क्राइम ग्राफ गिरा है लेकिन नए-नए तरह के साइबर क्राइम के मामले सामने आ रहे हैं. ठग सरकार की जारी की गई गाइडलाइन पर ही लोगों को चूना लगा रहे हैं.
दरअसल, केंद्र सरकार की जारी गाइडलाइन के अनुसार तीन महीने के लिए सभी तरह के लोन की किश्तों को बंद कर दिया गया है. ऐसे में ठग लोगों से किश्तों की बंदी के लिए उन्हें कॉल कर ठग रहे हैं. साइबर ठगों की फौज पहले तो लिंक भेजती है, फिर वन टाइम पासवर्ड यानी की ओटीपी जानते ही अकाउंट की सारी जमा पूंजी को साफ कर देती है.
ओटीपी का खेल
देशभर से फोन कॉल के जरिए ठगी की कई शिकायतें देखने को मिलती रहती हैं. कोरोना वायरस के दौरान लागू लॉकडाउन में लोग घर से कम निकल रहे हैं. ऐसे में वो लेन-देन के लिए ऑनलाइन बैंकिंग का इस्तेमाल ज्यादा कर रहे हैं. घर पर रहने के कारण फोन पर नेट सर्फिंग ज्यादा कर रहे हैं. लिहाजा, साइबर ठग फेक वेबसाइट्स और कॉल कर ठगी कर रहे हैं. ठग यूजर से 4 से 6 अंकों वाला ओटीपी मिलते ही पूरा अपना काम कर लेते हैं.
- कभी लकी ड्रॉ. तो कभी एटीएम ब्लॉक या वैरिफिकेशन के नाम पर ठग लोगों की जमा पूंजी पर सेंधमारी करते रहे हैं.
- बिहार में भी ऐसे कई मामले सामने आ चुके हैं.
- आम तो आम यहां पुलिस वाले भी साइबर क्राइम का शिकार हो चुके हैं.
- सारण में रिटायर्ड दारोगा से ऐसी ही ठगी की गई.
- वहीं पटना के कई लोगों को चूना लग चुका है.