सीटेट अपीयरिंग अभ्यर्थियों की सरकार से मांग पटनाः सरकार ने डीएलएड और बीएड के अपीयरिंग अभ्यर्थियों कोबीपीएससी द्वारा शिक्षक बहाली के लिए फॉर्म भरने का मौका दे दिया है. अब सीटेट जुलाई के अपीयरिंग अभ्यर्थी भी परीक्षा में फॉर्म भरने की स्वीकृति की मांग कर रहे हैं. इन्हीं मांगों को लेकर के छात्र नेता दिलीप की अगुवाई में सीटेट जुलाई 2023 के हजारों अपीयरिंग कैंडिडेट्स ने बैठक की. बैठक के बाद छात्र नेता दिलीप ने मीडिया के माध्यम से सरकार से डिमांड किया कि सीटेट जुलाई 2023 के अपीयरिंग कैंडिडेट्स को सरकार शिक्षक नियुक्ति के लिए फॉर्म भरने का मौका दें, अन्यथा लाखों की तादाद में यह अभ्यर्थी लोकतांत्रिक तरीके से सड़क पर उतर कर आंदोलन करने को विवश होंगे.
ये भी पढे़ंःBihar Shikshak Niyojan : नियोजित शिक्षकों को सरकारी शिक्षक बनाने की मांग पूरी, नई नियमावली के तहत आयोग करेगा बहाली
क्या है सीटेट अपीयरिंग कैंडिडेट्स की मांगः छात्र नेता दिलीप ने कहा कि शिक्षक वैकेंसी में काफी कमियां है और कन्फ्यूजन भी काफी अधिक है. इस कंफ्यूजन को सरकार को और बिहार प्रशासनिक सेवा आयोग को जल्द से जल्द दूर करने का प्रयास करना चाहिए. बीएड और डीएलएड अपीयरिंग अभ्यर्थियों को शिक्षक नियुक्ति के लिए फॉर्म भरने का मौका देने के लिए वह बीपीएससी को धन्यवाद देना चाहेंगे, लेकिन उनकी मांग है कि सीटेट अपीयरिंग अभ्यर्थियों को भी मौका मिले. उन्होंने कहा कि साल 2020 में जो जानकारी मिल रही थी कक्षा 6 से 8 के लिए 40000 शिक्षकों के पद रिक्त हैं और आज के समय में यह संख्या इससे अधिक रिक्त होगी. उन्होंने कहा कि सरकार से गुहार है कि कक्षा 6 से 8 के लिए सरकार वैकेंसी लाए.
"नियोजित शिक्षकों को भी राज्य कर्मी का दर्जा प्राप्त करने के लिए इस परीक्षा में बैठना है, ऐसे में कक्षा 6 से 8 के जो नियोजित शिक्षक हैं, वह कहां जाएंगे. इसके बारे में भी सरकार क्लियर करे, क्योंकि इसके लिए कोई वैकेंसी नहीं आई है. कैबिनेट ने 1.78 लाख शिक्षकों के रिक्त पदों के लिए स्वीकृति जारी की और वैकेंसी निकली 1.70 लाख की. 8000 पद गायब हो गए. यह अच्छी बात है कि इस बार शिक्षक नियुक्ति में सरकार ने डोमिसाइल नीति को लागू किया है इसकी हम सराहना करते हैं. लेकिन कई मामलों में कंफ्यूजन है जिस पर सरकार से अपील करेंगे कि इन सभी मामलों को क्लियर करें"-दिलीप, छात्र नेता
अभ्यर्थियों ने सरकार से लगाई गुहारःसीटेट जुलाई की अपीयरिंग अभ्यर्थी विशाखा ने कहा कि लंबे समय के बाद वैकेंसी निकली है. इस बार बीपीएससी के तहत शिक्षकों की बहाली होनी है. ऐसे में इस परीक्षा में जो पास करेगा वही शिक्षक बनेगा और सीटेट सिर्फ क्वालीफाई करना होगा. वह सरकार से नौकरी नहीं मांग रही बल्कि मौका मांग रही हैं कि उन्हें भी शिक्षक बहाली के लिए फॉर्म भरने का मौका दिया जाए. सीतामढ़ी से आए अमरीश कुमार ने कहा कि वह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव से गुहार लगा रहे हैं कि वह लोग सीटेट 2023 जुलाई के अभ्यर्थी हैं और उन्हें भी शिक्षक नियुक्ति के लिए फॉर्म भरने का मौका मिले.
"सीटेट जुलाई 2023 के अपीयरिंग कैंडिडेट्स को भी सरकार शिक्षक नियुक्ति के लिए फॉर्म भरने का मौका दें. इस वैकेंसी में कई कंफ्यूजन है, अन्य प्रदेशों के कितने प्रतिशत छात्रों को मौका मिलेगा यह भी क्लियर नहीं है और वह बीपीएससी के अध्यक्ष अतुलप्रसाद से अपील करेंगे कि सभी कन्फ्यूजन को अविलंब क्लियर करें."-रोशन कुमार, सीटेट अभ्यर्थी